अनाथ बालिका ~ पंडित ज्वालादत्त शर्मा की कहानी

प्रस्तुत है – “अनाथ बालिका पंडित ज्वाला दत्त शर्मा की कहानी” (Anath Balika Story By Pandit Jwaladutt Sharma). डॉक्टर साहब पण्डित राजनाथ ने एक अनाथ बालिका का पालन पोषण किया. उस बालिका की माँ ने मृत्यु पूर्व डॉक्टर साहब को कुछ पत्र दिए. क्या लिखा था उन पत्रों में? क्या था उस अंत बालिका का … Read more

चैप्टर 5 रंगभूमि मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास

Chapter 5 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters चतारी के राजा महेंद्रकुमार सिंह यौवनावस्था ही में अपनी कार्य-दक्षता और वंश प्रतिष्ठा के कारण म्युनिसिपैलिटी के प्रधान निर्वाचित हो गए थे। विचारशीलता उनके चरित्र का दिव्य गुण थी। रईसों की विलास-लोलुपता और सम्मान-प्रेम का उनके स्वभाव में लेश भी न था। … Read more

चैप्टर 3 चट्टानों में आग ~ इब्ने सफ़ी का हिंदी जासूसी उपन्यास

Chapter 3 Chattanon Mein Aag Ibne Safi Novel In Hindi Prev | Next | All Chapters घड़ी ने एक बजाया और इमरान बिस्तर से उठ गया। दरवाजा खोलकर बाहर निकला। चारों तरफ सन्नाटा था। लेकिन कोठी के किसी कमरे की भी रोशनी नहीं बुझाई गई थी। बरामदे में रुककर उसने आहट ली। फिर तीर की … Read more

चैप्टर 8 गुनाहों का देवता : धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 8 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online

Chapter 8 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Prev | Next | All Chapters  दूसरे दिन सुबह सुधा आंगन में बैठी हुई आलू छील रही थी और चंदर का इंतज़ार कर रही थी। उसी दिन रात को पापा आ गये थे और दूसरे दिन सुबह बुआजी और बिनती। “सुधी!” किसी ने इतने प्यार से … Read more

चैप्टर 2 चट्टानों में आग ~ इब्ने सफ़ी का हिंदी जासूसी उपन्यास

Chapter 2 Chattanon Mein Aag Ibne Safi Novel In Hindi Prev | Next | All Chapters कर्नल ज़रगाम के दोनों भतीजे अनवर और आरिफ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के आने का इंतज़ार कर रहे थे। गुप्तचर विभाग के सुपरिटेंडेंट कैप्टन फैयाज़ ने उनके चाचा के कहने पर एक आदमी भेजा था, जिसे लेने के लिए … Read more

चैप्टर 1 चट्टानों में आग ~ इब्ने सफ़ी का हिंदी जासूसी उपन्यास

Chapter 1 Chattanon Mein Aag Ibne Safi Novel In Hindi Next | All Chapters कर्नल जरगाम बेचैनी से कमरे में टहल रहा था। वह अधेड़ उम्र का मजबूत शरीर वाला रौबदार आदमी था। मूंछें घनी और नीचे की तरफ की थीं। बार-बार अपने कंधों को इस तरह हिलाता था जैसे उसे डर हो कि उसका … Read more

एक टोकरी भर मिट्टी ~ माधवराव सप्रे की कहानी | Ek Tokari Bhar Mitti Kahani Madhav Rao Sapre

पढ़िए “एक टोकरी भर मिट्टी – माधवराव सप्रे की कहानी” (Ek Tokari Bhar Mitti Kahani Madhav Rao Sapre Story). एक निर्धन वृद्धा स्त्री की प्रेरणादायक कहानी : Ek Tokari Bhar Mitti Kahani Madhav Rao Sapre किसी श्रीमान जमींदार के महल के पास एक गरीब अनाथ विधवा की झोंपड़ी थी. जमींदार साहब को अपने महल का … Read more

चैप्टर 21 मनोरमा : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 21 Manorama Novel By Munshi Premchand Read Online

Chapter 21 Manorama Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 Prev | Next | All Chapters जगदीशपुर के ठाकुर द्वारे पर नित सादगी महात्मा आते रहते थे। शंखधर उनके पास जा बैठता और … Read more

चैप्टर 4 रंगभूमि मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास

Chapter 4 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters चंचल प्रकृति बालकों के लिए अंधे विनोद की वस्तु हुआ करते हैं। सूरदास को उनकी निर्दय बाल-क्रीड़ाओं से इतना कष्ट होता था कि वह मुँह-अंधेरे घर से निकल पड़ता और चिराग जलने के बाद लौटता। जिस दिन उसे जाने में देर होती, … Read more

चैप्टर 3 रंगभूमि मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास

Chapter 3 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 Prev | Next | All Chapters मि. जॉन सेवक का बंगला सिगरा में था. उनके पिता मि. ईश्वर सेवक ने सेना-विभाग में पेंशन पाने के बाद वहीं मकान बनवा लिया था, और अब तक उसके स्वामी थे. इसके आगे उनके … Read more