समर-यात्रा ~ मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Samar Yatra Munshi Premchand Ki kahani

Samar Yatra Munshi Premchand Ki kahani (1) आज सबेरे ही से गाँव में हलचल मची हुई थी। कच्ची झोपड़ियाँ हँसती हुई जान पड़ती थी। आज सत्याग्रहियों का जत्था गाँव में आयेगा। कोदई चौधरी के द्वार पर चँदोवा तना हुआ है। आटा, घी, तरकारी, दूध और दही जमा किया जा रहा है। सबके चेहरों पर उमंग … Read more

चैप्टर 6 : मेरे हमदम मेरे दोस्त उर्दू नॉवेल हिंदी में | Chapter 6 Mere Humdam Mere Dost Novel In Hindi

Chapter 6 Mere Humdam Mere Dost Novel In Hindi Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 Prev | Next | All Chapters उसका कप उसके आगे रखकर वो उसके सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया. चाय का घूंट लेने के लिए वह कप उठाने लगी, तो वो कुछ नाराज़ी भरे अंदाज़ में बोला, … Read more

नाग पूजा ~ मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Naag Pooja Munshi Premchand Ki kahani

 Naag Pooja Munshi Premchand Ki kahani (१) प्रात:काल था। आषढ़ का पहला दौंगड़ा निकल गया था। कीट-पतंग चारों तरफ रेंगते दिखायी देते थे। तिलोत्तमा ने वाटिका की ओर देखा तो वृक्ष और पौधे ऐसे निखर गये थे, जैसे साबुन से मैने कपड़े निखर जाते हैं। उन पर एक विचित्र आध्यात्मिक शोभा छायी हुई थी मानो … Read more

चैप्टर 15 मनोरमा : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 15 Manorama Novel By Munshi Premchand Read Online

Chapter 15 Manorama Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 Prev | Next | All Chapters फागुन का महीना आया, ढोल मंजीरे की आवाजें कानों में आने लगी। मुंशी वज्रधर की संगीत सभा की सजग हुई। यों तो … Read more

कप्तान साहब ~ मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Kaptaan Sahab Munshi Premchand Ki Kahani

Kaptaan Sahab Munshi Premchand Ki Kahani जगत सिंह को स्कूल जाना कुनैन खाने या मछली का तेल पीने से कम अप्रिय न था। वह सैलानी, आवारा, घुमक्कड़ युवक था, कभी अमरूद के बागों की ओर निकल जाता और अमरूदों के साथ माली की गालियाँ बड़े शौक से खाता। कभी दरिया की सैर करता और मल्लाहों … Read more

चैप्टर 12 परिणीता : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 12 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 12 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 Prev | All Chapters माँ को लेकर शेखर वापस आ गया, परंतु अभी शादी के दस बाहर दिन शेष थे। दो-तीन दिन व्यतीत हो जाने पर ललिता सवेरे के समय भुवनेश्वरी … Read more

चैप्टर 11 परिणीता : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 11 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 11 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 Prev | Next | All Chapters लगभग एक वर्ष बीता। गुरुचरण बाबू के मुंगेर जाने पर भी स्वास्थय को कोई लाभ न पहुँचा और वह इस संसार को छोड़कर चल दिये। … Read more

चैप्टर 10 परिणीता : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 10 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 10 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 Prev | Next | All Chapters शेखर ने असम्भव समझकर ललिता को पाने की आशा छोड़ दी। कई दिन उसे डर अनुभव होता रहा। वह एकाएक सोचने लगता कि कहीं ललिता … Read more

चैप्टर 9 परिणीता : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 9 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 9 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 Prev | Next | All Chapters उस रात को काफी समय तक शेखर पागलों की भांति बिना किसी उद्देश्य के इधर-उधर गलियों में फिरता रहा; फिर घर में आकर बैठा हुआ सोच-विचार में … Read more

चैप्टर 8 परिणीता : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 8 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 8 Parineeta Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 Prev | Next | All Chapters लगभग तीन माह बाद, गुरुचरण बाबू मलिन मुख नवीन बाबू के यहाँ आकर फर्श पर बैठने ही वाले थे कि नवीन बाबू ने बड़े जोर से डांटकर कहा- … Read more