चैप्टर 2 : गबन उपन्यास मुंशी प्रेमचंद | Chapter 2 Gaban Novel By Munshi Premchand

Chapter 2 Gaban Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4| 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | … Read more

चैप्टर 1 : गबन उपन्यास मुंशी प्रेमचंद | Chapter 1 Gaban Novel By Munshi Premchand

Chapter 1 Gaban Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4| 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | … Read more

चैप्टर 6 : प्रतिज्ञा ~ मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 6 Pratigya Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter6 Pratigya Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17  Prev | Next | All Chapters  लाला बद्रीप्रसाद के लिए अमृतराय से अब कोई संसर्ग रखना असंभव था, विवाह तो दूसरी बात थी। समाज में इतने घोर अनाचार … Read more

चैप्टर 5 : प्रतिज्ञा ~ मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 5 Pratigya Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter5 Pratigya Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17  Prev | Next | All Chapters पूर्णा को अपने घर से निकलते समय बड़ा दुःख होने लगा। जीवन के तीन वर्ष इसी घर में काटे थे। यहीं सौभाग्य के … Read more

चैप्टर 4 : प्रतिज्ञा ~ मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 4 Pratigya Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter4 Pratigya Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17  Prev | Next | All Chapters लाला बद्रीप्रसाद की सज्जनता प्रसिद्ध थी। उनसे ठग कर तो कोई एक पैसा भी न ले सकता था, पर धर्म के विषय … Read more

चैप्टर 3 : प्रतिज्ञा ~ मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 3 Pratigya Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter3 Pratigya Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17  Prev | Next | All Chapters होली का दिन आया. पंडित वसंत कुमार के लिए यह भंग पीने का दिन था। महीनों पहले से भंग मंगवा रखी थी। … Read more

चैप्टर 2 : प्रतिज्ञा ~ मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 2 Pratigya Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter2 Pratigya Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17  Prev | Next | All Chapters इधर दोनों मित्रों में बातें हो रही थीं, उधर लाला बद्रीप्रसाद के घर में मातम-सा छाया हुआ था। लाला बद्रीप्रसाद, उनकी … Read more

चैप्टर 1 : प्रतिज्ञा ~ मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 1 Pratigya Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter1 Pratigya Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17  Next Part काशी के आर्य-मंदिर में पंडित अमरनाथ का व्याख्यान हो रहा था। श्रोता लोग मंत्रमुग्ध से बैठे सुन रहे थे। प्रोफेसर दाननाथ ने आगे खिसक कर … Read more

चैप्टर 13 – प्रेमा : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 13 Prema Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 13 Prema Novel By Munshi Premchand प्रेमा भाग – 13 : शोकदायक घटना Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 |12 | 13 | Prev Part  पूर्णा, रामकली और लक्ष्मी तीनों बड़े आनंद से  हिल-मिलकर रहने लगी. उनका समय अब बातचीत, हँसी-दिल्लगी में कट जाता. चिंता की … Read more

चैप्टर 25 – निर्मला : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 25 Nirmala Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 25 Nirmala Munshi Premchand Novel Chapter 1 | 2| 3| 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 Prev Part  निर्मला दिन भर चारपाई पर पड़ी रही. मालूम होता है, उसकी देह में प्राण नहीं है. … Read more