चैप्टर 128 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 128 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 128 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 128 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 128 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel एकान्त पान्थ : वैशाली की नगरवधू शरत्कालीन सुन्दर प्रभात था । राजगृह के अन्तरायण में अगणित मनुष्यों की भीड़ भरी थी । लोग अस्त्र – शस्त्रों … Read more

चैप्टर 126 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 126 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 126 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 126 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 126 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel  मधुवन में : वैशाली की नगरवधू दस्यु बलभद्र आगे, देवी अम्बपाली उनके पीछे, स्वर्णसेन और सूर्यमल्ल उनसे भी पीछे, तथा पांच दस्यु खड्ग – हस्त उनके … Read more

चैप्टर 125 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 125 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 125 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 125 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 125 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel  एकाकी : वैशाली की नगरवधू जयराज ने साहस किया । वे लोमड़ी की भांति चक्कर काटकर अगले गांव की ओर बढ़े । वे जानते थे, वह … Read more

चैप्टर 124 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 124 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 124 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 124 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 124 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel अनागत : वैशाली की नगरवधू अम्बपाली का जन्म -नक्षत्र था । वैशाली में उसका उत्सव मनाया जा रहा था । सम्पूर्ण नगर तोरणों -ध्वजाओं और विविध … Read more

चैप्टर 123 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 123 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 123 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 123 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 123 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel प्राणाकर्षण : वैशाली की नगरवधू उसी गम्भीर रात्रि में अर्धरात्रि व्यतीत होने पर किसी ने भद्रनन्दिनी के द्वार पर डंके की चोट की । प्रहरी शंकित … Read more

चैप्टर 122 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 122 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 122 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 122 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 122 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel  अप्रत्याशित : वैशाली की नगरवधू महारासायनिक कीमियागर गौड़पाद जिस समय देश -विदेश के वट्कों को रसायन के गुह्य – गहन तत्त्व समझा रहे थे और अजर … Read more

चैप्टर 121 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 121 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 121 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 121 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 121 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel  कीमियागर गौड़पाद : वैशाली की नगरवधू विश्वविश्रुत कीमियागर गौड़पाद अपनी प्रयोगशाला में बैठे देश -विदेश के आए वटुकों को रसायन के गूढ़ रहस्य बता रहे थे। … Read more

चैप्टर 120 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 120 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 120 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 120 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 120 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel  देवजुष्ट : वैशाली की नगरवधू वह सेट्ठिपुत्र पुण्डरीक वड़वाश्व पर चढ़कर अतक्र्य वेग से निकल गया , अश्व संचालन में ऐसा नैपुण्य कभी उसका देखा नहीं … Read more

चैप्टर 119 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 119 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 119 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 119 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 119 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel असमंजस : वैशाली की नगरवधू बहुत भोर में वधू की निद्रा , तंद्रा या मूर्छा भंग हुई। वह हड़बड़ाकर उठ बैठी । उसने अचकचाकर रात की … Read more

चैप्टर 118 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 118 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel

चैप्टर 118 वैशाली की नगरवधु आचार्य चतुरसेन शास्त्री का उपन्यास | Chapter 118 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel Chapter 118 Vaishali Ki Nagarvadhu Acharya Chatursen Shastri Novel विलय : वैशाली की नगरवधू कृतपुण्य सेट्ठि ने पुत्र के विवाह का आयोजन किया । आयोजन असाधारण था । वैशाली ही के सेट्ठि जेट्ठक धनञ्जय की … Read more