चैप्टर 2 गाइड आर. के. नारायण का उपन्यास| Chapter 2 The Guide R. K. Narayan Novel In Hindi

चैप्टर 2 गाइड आर. के. नारायण का उपन्यास| Chapter 2 The Guide R. K. Narayan Novel In Hindi, Guide Upanyas, English Novel In Hindi  Chapter 2 The Guide R. K. Narayan Novel  उस अजनबी का आना राजू को अच्छा ही लगा-उस जगह की निबिड़ एकान्तता कुछ तो दूर हुई थी इससे। अजनबी श्रद्धापूर्वक उसके चेहरे … Read more

चैप्टर 1 गाइड आर. के. नारायण का उपन्यास | Chapter 1 The Guide R. K. Narayan Novel In Hindi

चैप्टर 1 गाइड आर. के. नारायण का उपन्यास, Chapter 1 The Guide R. K. Narayan Novel In Hindi, Guide Upanyas, English Novel In Hindi  Chapter 1 The Guide R. K. Narayan Novel  उस अजनबी का आना राजू को अच्छा ही लगा-उस जगह की निबिड़ एकान्तता कुछ तो दूर हुई थी इससे। अजनबी श्रद्धापूर्वक उसके चेहरे … Read more

चैप्टर 16 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 16 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online

चैप्टर 16 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 16 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online Chapter 16 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti दूसरे दिन चंदर गया, तो सुधा को बुखार आ गया था। अंग-अंग जैसे टूट रहा हो और आँखों में ऐसी तीखी जलन कि मानो किसी … Read more

चैप्टर 15 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 15 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online

चैप्टर 15 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 15 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online Chapter 15 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti चंदर दूसरे दिन सुबह नहीं गया। उसकी थीसिस का बहुत-सा भाग टाइप होकर आ गया था और उसे बैठा वह सुधार रहा था। लेकिन साथ … Read more

चैप्टर 14 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 14 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online

चैप्टर 14 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 14 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online Chapter 14 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti पापा को खाना खिलाने के बाद चंदर और सुधा खाने बैठे। महराजिन चली गयी थी। इसलिए बिनती सेंक-सेंककर रोटी दे रही थी। सुधा एक रेशमी … Read more

चैप्टर 13 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 13 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online

चैप्टर 13 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 13 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online Chapter 13 Gunahon Ka Devta Dharmveer Bharti सुधा पर इन दिनों घूमना सवार था। सुबह हुई कि चप्पल पहनी और गायब। गेसू, कामिनी, प्रभा, लीला शायद ही कोई लड़की बची होगी, जिसके यहाँ जाकर … Read more

चैप्टर 12 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 12 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online

चैप्टर 12 गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती का उपन्यास | Chapter 12 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online Chapter 12 Gunahon Ka Devta Novel Dharmveer Bharti  ”अबकी जाड़े में तुम्हारा ब्याह होगा, तो आखिर हम लोग नयी-नयी चीज का इंतज़ाम करें न। अब डॉक्टर हुए, अब डॉक्टरनी आयेंगी।”‘ सुधा बोली। खैर, बहुत … Read more

चैप्टर 12 मैला आँचल फणीश्वरनाथ रेणु का उपन्यास | Chapter 12 Maila Anchal Phanishwar Nath Renu Novel

चैप्टर 12 मैला आँचल फणीश्वरनाथ रेणु का उपन्यास | Chapter 12 Maila Anchal Phanishwar Nath Renu Novel Chapter 12 Maila Anchal Phanishwar Nath Renu Novel मठ पर आचारजगुरु आनेवाले हैं, नए महन्थ को चादर-टीका देने के लिए ! मुजफ्फरपुर जिला का एक मुरती आया है-लरसिंघदास। आचारजगुरु मुजफ्फरपुर जिले के पुपड़ी मठ पर भंडारा में आए … Read more

चैप्टर 11 मैला आँचल फणीश्वरनाथ रेणु का उपन्यास | Chapter 11 Maila Anchal Phanishwar Nath Renu Novel

चैप्टर 11 मैला आँचल फणीश्वरनाथ रेणु का उपन्यास | Chapter 11 Maila Anchal Phanishwar Nath Renu Novel, Chapter 11 Maila Anchal Phanishwar Nath Renu Ka Upanyas  Chapter 11 Maila Anchal Phanishwar Nath Renu Novel नहीं तोरा आहे प्यारी तेग तरबरिया से नहीं तोरा पास में तीर जी !… एक सखी ने पूछा कि हे सखी, … Read more

चैप्टर 15 बदनाम गुलशन नंदा का उपन्यास | Chapter 15 Badnaam Gulshan Nanda Novel Read Online

चैप्टर 15 बदनाम गुलशन नंदा का उपन्यास | Chapter 15 Badnaam Gulshan Nanda Novel Read Online Chapter 15 Badnaam Gulshan Nanda Novel अपने जीवन की पूरी कहानी सुनने के बाद सविता यानी बुढ़िया अन्दर चली गयी। उसके चले जाने के बाद मैंने अपनी पत्नी की ओर देखा- वह सिर झुकाकर रो रही थी । अचरज … Read more