सच का सौदा सुदर्शन की कहानी | Sach Ka Sauda Sudarshan Ki Kahani

सच का सौदा सुदर्शन की कहानी (Sach Ka Sauda Sudarshan Ki Kahani) Sach Ka Sauda Short Story Sudarshan  Sach Ka Sauda Sudarshan Ki Kahani विद्यार्थी-परीक्षा में फेल होकर रोते हैं, सर्वदयाल पास होकर रोये। जब तक पढ़ते थे, तब तक कोई चिंता नहीं थी; खाते थे; दूध पीते थे। अच्‍छे-अच्‍छे कपड़े पहनते, तड़क-भड़क से रहते … Read more

परिवर्तन सुदर्शन की कहानी | Parivartan Story By Sudarshan

परिवर्तन सुदर्शन की कहानी (Parivartan Story By Sudarshan) Parivartan Sudarshan Ki Kahani  Parivartan Story By Sudarshan लाजवंती के यहाँ कई पुत्र पैदा हुए; मगर सब-के-सब बचपन ही में मर गए। आखिरी पुत्र हेमराज उसके जीवन का सहारा था। उसका मुँह देखकर वह पहले बच्चों की मौत का ग़म भूल जाती थी। यद्यपि हेमराज का रंग-रूप … Read more

चैप्टर 30 रंगभूमि मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 30 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand

Chapter 30 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters शहर अमीरों के रहने और क्रय-विक्रय का स्थान है। उसके बाहर की भूमि उनके मनोरंजन और विनोद की जगह है। उसके मध्यि भाग में उनके लड़कों की पाठशालाएँ और उनके मुकद़मेबाजी के अखाड़े होते हैं, जहाँ न्याय के बहाने गरीबों का गला … Read more

चैप्टर 29 रंगभूमि मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 29 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand

Chapter 29 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters मिस्टर विलियम क्लार्क अपने अन्य स्वदेश-बंधुओं की भाँति सुरापान के भक्त थे, पर उसके वशीभूत न थे। वह भारतवासियों की भाँति पीकर छकना न जानते थे। घोड़े पर सवार होना जानते थे, उसे काबू से बाहर न होने देते थे। पर आज … Read more

चैप्टर 28 रंगभूमि मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 28 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand

Chapter 28 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters सोफिया के चले जाने के बाद विनय के विचार-स्थल में भाँति-भाँति की शंकाएँ होने लगीं। मन एक भीरु शत्रु है, जो सदैव पीठ के पीछे से वार करता है। जब तक सोफी सामने बैठी थी, उसे सामने आने का साहस न हुआ। … Read more

चैप्टर 27 रंगभूमि मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 27 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand

Chapter 27 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters नायकराम मुहल्लेवालों से बिदा होकर उदयपुर रवाना हुए। रेल के मुसाफिरों को बहुत जल्द उनसे श्रध्दा हो गई। किसी को तम्बाकू मलकर खिलाते, किसी के बच्चे को गोद में लेकर प्यार करते। जिस मुसाफिर को देखते, जगह नहीं मिल रही है, इधर-उधर … Read more

गिला कहानी मुंशी प्रेमचंद मानसरोवर भाग 1 | Gila Kahani Munshi Premchand Mansarovar Part 1

प्रस्तुत है – गिला कहानी मुंशी प्रेमचंद मानसरोवर भाग 1 (Gila Kahani Munshi Premchand Maansarovar Part 1) Gila Story By Munshi Premchand पति-पत्नी के नोंक-झोंक, अनबन, सामंजस्य और प्रेम को दर्शाती है. Gila Kahani Munshi Premchand जीवन का बड़ा भाग इसी घर में गुजर गया, पर कभी आराम न नसीब हुआ। मेरे पति संसार की … Read more