चैप्टर 3 चट्टानों में आग ~ इब्ने सफ़ी का हिंदी जासूसी उपन्यास

Chapter 3 Chattanon Mein Aag Ibne Safi Novel In Hindi Prev | Next | All Chapters घड़ी ने एक बजाया और इमरान बिस्तर से उठ गया। दरवाजा खोलकर बाहर निकला। चारों तरफ सन्नाटा था। लेकिन कोठी के किसी कमरे की भी रोशनी नहीं बुझाई गई थी। बरामदे में रुककर उसने आहट ली। फिर तीर की … Read more