कुबेर और कामदेव ओ. हेनरी की कहानी | Mammon And The Archer O Henry Story In Hindi 

कुबेर और कामदेव ओ. हेनरी की कहानी, Mammon And The Archer O Henry Story In Hindi, Kuber Aur Kamdev O Henry Ki Kahani 

Mammon And The Archer O Henry Story In Hindi

Mammon And The Archer O Henry Story In Hindi

“धन दौलत तथा कामदेव के बाणों से आहत होने पर व्यक्ति प्रेमपाश में बंध जाता है लेकिन जब भारी बाण आहत करते हैं तब युद्ध हो जाता है। यह धनाढ्य वर्ग के प्रेम और धन की कहानी है। ओ. हेनरी के संवेदनशील दृष्टिकोण को आंटी एलन व्याख्यायित करती हैं। वे धन और सच्चे प्रेम की महत्ता समझाती हैं।”

राकवेल यूरेका सोप के निर्माता और स्वामी वृद्ध एंथनी सेवानिवृत्त हो चुके थे। वे फ़िफ्थ एवेन्यू मैन्सन की लायब्रेरी की खिड़की से बाहर झांक कर मुस्कुराए। दायीं तरफ शहर के क्लबों में सक्रिय रईस जी. वैन-शूलाइट सुफोक जोन्स रहते थे। वह हमेशा की तरह भद्दे तरीके से नाक-भौंह सिकोड़ते हुए सोप पैलेस के सामने इतालवी पुनर्जागरण काल की प्रतिमा के पास खड़ी अपनी कार के समीप आए।

“वहाँ खड़ी वह पुरानी प्रतिमा क्या कर रही है?”पूर्व सोप सम्राट ने कहा-” उस पुरानी जमी हुई बर्फीली पुडिंग को ‘दी ईडन मुसील’ (रंगमंच तथा मोम की कृतियों का म्यूज़ियम) में रख देना चाहिए। वह उस पर ज़्यादा ध्यान नहीं देता है। मैं इस घर पर नीला, सफ़ेद और लाल पेंट करवाऊँगा। देखता हूँ इससे उस डच की नाक ऊंची होती है या नहीं।”

एंथनी राकवेल, जो कभी घंटी नहीं बजाता था, लायब्रेरी के दरवाज़े के पास जा कर चिल्लाया-” माइक!” उसी आवाज़ में जिसने एक बार कन्सास के विशाल मैदान में आकाश को दहला दिया था।

नौकर फौरन हाजिर हो गया। एंथनी ने कहा-” मेरे बेटे से कहो कि वह घर छोड़ने से पहले मुझ से मिल कर जाए।”

युवा राकवेल के लायब्रेरी में दाखिल होते ही वृद्ध आदमी ने अखबार एक तरफ रख दिया और अपने स्वस्थ, शांत चेहरे पर थोड़ी कठोरता ला कर उसकी तरफ देखा। एक हाथ से अपने सफ़ेद बालों के गुच्छे को ठीक किया और दूसरे हाथ से ज़ेब में रखी चाबियों को खनकाया। ” रिचर्ड,” एंथनी राकवेल ने कहा-” तुम अपने लिए इस्तेमाल करने वाला साबुन कितने पैसों में खरीदते हो?”

रिचर्ड छह महीने पहले ही कालेज से घर लौटा था, यह बात सुन कर थोड़ा हैरान रह गया। वह अपने पिता की बात को अभी तक समझ नहीं पाया था। वह किसी लड़की की पहली पार्टी की तरह पूरी तरह से पहेली बना हुआ था।

“डैड, मेरे ख्याल में छह डॉलर में एक दर्जन आ जाते हैं।”

“और तुम्हारे कपड़े?”

“मेरे विचार में साठ डॉलर में आ जाते होंगे।”

“तुम एक सभ्य युवा हो,” एंथनी ने निर्णायक स्वर में कहा-” मैं ने आजकल के नौजवानों को साबुन की एक दर्जन टिकिया के लिए चौबीस डॉलर और कपड़ों के लिए सौ डॉलर खर्च करते सुना है। तुम्हारे पास भी उन्हीं की तरह फालतू खर्च करने के लिए धन है फिर भी तुम संयम और शालीनता की सीमा में रहते हो। मैं अभी भी पुराना यूरेका साबुन ही इस्तेमाल करता हूँ, केवल भावना के कारण नहीं बल्कि यह सर्वाधिक शुद्ध साबुन है। साबुन की टिकिया पर दस सेंट से ज़्यादा खर्च करने पर तुम खराब परफ्यूम और लेबल वाला साबुन खरीद लेते हो। लेकिन तुम्हारी स्थिति तथा प्रतिष्ठित जीवन स्तर के नौजवान के लिए पचास सेंट बिल्कुल ठीक हैं। जैसा कि मैंने कहा है-‘ तुम एक सभ्य नौजवान हो।’ कहावत है कि तीन पीढ़ियों में एक नौजवान सभ्य होता है। वे बातें पुरानी हो गयी हैं। साबुन की तरह पैसे से शालीनता आ जाती है। तुम ऐसे हो। बदकिस्मती ने मुझे भी ऐसा बना दिया है। बीच में रहने के कारण मेरे दोनों तरफ रहने वाले वृद्ध न्यूयार्कर्स की रातों की नींद हराम है। इसीलिए मैं इतना रूखा, झगड़ालू और अशिष्ट हूँ।”

“कुछ चीजों को धन से प्राप्त नहीं किया जा सकता,” युवा राकवेल थोड़ा उदास स्वर में बोला।

“यह बात मत कहो,” वृद्ध एंथनी ने जवाब दिया-” मैं हर समय अपने धन पर धन का दांव लगाता रहता हूँ। मैंने विश्वकोश में ‘वाई’ अक्षर तक देख लिया है जो धन से खरीदा न जा सकता हो। अगले सप्ताह मैं उसके परिशिष्ट को देखने की आशा कर रहा हूँ। मैं कार्यक्षेत्र में धन के पक्ष में हूँ। मुझे कोई ऐसी वस्तु बताओ जिसे धन से न खरीदा जा सकता हो।”

“एक वस्तु,” रिचर्ड थोड़ा भड़क कर बोला-” समाज के प्रतिष्ठित वर्ग में नहीं खरीदी जा सकती।”

“अच्छा तो यह बात है,” बुराई की जड़ धन का समर्थक चिल्लाया-” मुझे बताओ यदि प्रथम एस्टर के पास ( न्यूयार्क के पास सर्वाधिक वैभवसम्पन्न वर्ग) समुद्री यात्रा का किराया देने के लिए धन न होता तो तुम्हारी विशिष्ट मंडली कैसे बनती ?”

रिचर्ड ने लम्बा सांस लिया।

“मैं तुम्हें यही बताने जा रहा हूँ,” वृद्ध पुरुष थोड़ा ज़ोर से बोला-” मैंने इसीलिए तुम्हें अंदर बुलाया है। मेरे बच्चे! तुम्हें कोई चिंता सता रही है। पिछले दो सप्ताह से देख रहा हूँ। मुझे बताओ। मेरे विचार में मैं वास्तविक ज़मीन-जायदाद के अतिरिक्त चौबीस घंटे के अंदर ग्यारह मिलियन डॉलर इकट्ठे कर सकता हूँ। यदि तुम्हारी कोई प्रेम समस्या है तो नीचे खाड़ी में ‘रेम्बलेट’ तैयार खड़ा है वह तुम्हें दो दिनों में बहामास पंहुचा देगा। “

“बुरा अनुमान नहीं है, आपने गलत नहीं सोचा है।”

“ओह!” एंथनी ने उत्सुकता से पूछा-” उसका नाम क्या है?”

रिचर्ड ने लायब्रेरी के फर्श पर चहलकदमी शुरू कर दी। उसके वृद्ध पिता में उसका विश्वास जीतने के लिए सहानुभूति और मैत्रीभावना थी।

“तुम उससे कहते क्यों नहीं?” एंथनी ने आदेश दिया-” वह दौड़ कर तुम्हें स्वीकार कर लेगी। तुम्हारे पास धन है, सुंदरता है, तुम एक सभ्य नौजवान हो। तुम ने कोई गलत काम नहीं किया है। तुम्हारे हाथों पर यूरेका साबुन की चिकनाई नहीं लगी है। तुमने कालेज में शिक्षा ग्रहण की है। क्या वह इन सब बातों की अनदेखी कर देगी।”

“मुझे अभी तक उससे बात करने का कोई मौका नहीं मिला है,” रिचर्ड ने कहा।

“मौका निकालो,” एंथनी ने कहा-” उसको बाग में या फिर हरी-भरी घास पर सैर कराने के लिए ले जाओ, नहीं तो चर्च से घर ले आओ। अवसर ढूँढी, कोई और रास्ता नहीं है।”

“डैड, आप सामाजिक प्रतिबंधों को नहीं जानते। वह ऐसी धारा का प्रवाह है जो उसकी गति को अवरुद्ध कर देती है। कई दिन पहले ही उसके एक-एक मिनट का कार्यक्रम निर्धारित हो जाता है। मुझे वह लड़की चाहिए, डैड वरना यह शहर पहले से ज़्यादा शाहबलूत की काली झाड़ियों में उलझ जाएगा; और मैं यह नहीं लिख सकता, मैं वह नहीं कर सकता।”

“धत्त,” वृद्ध आदमी कहने लगा-” क्या तुम्हारे कहने का मतलब है कि मेरे अपार धन से तुम्हें अपने लिए उस लड़की का एक-दो घंटे का साथ नहीं मिल सकता?”

“मैंने बहुत देर कर दी है। परसों दोपहर को वह समुद्री मार्ग से दो साल के लिए यूरोप जा रही है। मैं कल शाम को ही उससे कुछ मिनटों के लिए अकेले में मिल सकता हूँ। वह इस समय अपनी आंटी के पास ‘लार्मोन्त’ में है। मैं वहाँ नहीं जा सकता लेकिन मुझे कल शाम टैक्सी में उसके साथ ग्रैंड सेंट्रल स्टेशन से साढ़े आठ बजे चलने वाली ट्रेन पर जाने की इजाजत मिल गयी है। हम ब्रॉडवे से वैलक तक कुछ ही मिनटों में पंहुच जाएंगे। वहाँ पर लॉबी में उसकी माँ प्रतीक्षा कर रही होगी। आपके विचार से उन 6-8 मिनटों में वह मेरा प्रस्ताव सुन पाएगी? नहीं। फिर क्या लॉबी में अथवा उसके बाद कोई और अवसर मिलेगा? नहीं! नहीं! डैड, आपका धन इस गुत्थी को नहीं सुलझा पाएगा। हम पैसे से एक मिनट का समय नहीं खरीद सकते; यदि ऐसा कर पाते तो धनवान लोग लम्बे समय तक जीते। समुद्री यात्रा पर निकलने से पहले मिस लेंट्री से इस संबंध में बातचीत की कोई आशा नहीं है।”

“ठीक है,रिचर्ड,मेरे बच्चे,” वृद्ध एंथनी ने प्रसन्नमुद्रा में कहा-” अब तुम जल्दी से क्लब जाओ। मैं खुश हूँ कि तुम्हें लीवर की बीमारी नहीं है। हाँ, बीच-बीच में मंदिर में धन-देवता ‘कुबेर’ के आगे धूपबत्ती जलाना मत भूलना। निश्चितरूप से तुम भविष्य को किसी भी कीमत पर लपेट कर अपने घर पर डिलीवर करने का आदेश नहीं दे सकते लेकिन मैंने कालदेव की एड़ियों पर सोने की खदानों पर चलते समय पत्थरों की खरोंचों के निशान देखे हैं।”

उस रात शांत, संवेदनशील, झुर्रीदार चेहरे वाली आंटी एलन धनाभाव के कारण दुःखी, लम्बी सांस लेती हुई अपने भाई एंथनी के पास आई। वह उस समय शाम का अखबार पढ़ रहा था। उसने प्रेमियों की प्रेमव्यथा के बारे में चर्चा शुरू कर दी।

“उसने उसके बारे में मुझे सब कुछ बता दिया है,” भाई एंथनी ने जम्हाई लेते हुए कहा-” मैंने उससे कहा है कि बैंक में सारी जमापूंजी उसकी है। वह धन की तीव्र आलोचना करने लगा। कहने लगा -‘धन से कोई लाभ नहीं होगा।’ बोला-‘ दस अरबपतियों का समूह भी समाज के नियमों को रत्ती भर नहीं बदल सकता।’

“ओह! एंथनी,” आंटी एलन ने ठंडी सांस लेकर कहा-” मेरे ख्याल से तुम्हें धन-दौलत के बारे में इतना ज़्यादा नहीं सोचना चाहिए। सच्चे प्रेम के आगे धन-दौलत तुच्छ है। प्रेम में महान शक्ति है। काश! वह उससे पहले बात कर पाता। वह हमारे रिचर्ड का प्रेम प्रस्ताव ठुकरा नहीं पाती। डरती हूँ कि अब बहुत देर हो गयी है। उसको उससे बात करने का समय नहीं मिलेगा। तुम्हारा सारा सोना बेटे की खुशी नहीं खरीद सकता।”

अगली शाम को आंटी एलन ने दीमक लगी डिबिया से एक पुरानी अजीब सी सोने की अंगूठी निकाल कर रिचर्ड को दी। ” आज रात इसको पहनना, भतीजे,” उसने अनुरोध किया-” तुम्हारी माँ ने यह अंगूठी मुझे दी थी। उसने बताया था कि यह प्रेम के लिए सौभाग्यसूचक है। उसने कहा था कि जब तुम्हें कोई प्रेमिका मिल जाए तो मैं यह तुम्हें दे दूँ।”

युवा रिचर्ड ने अंगूठी आदरपूर्वक ले ली और उसको अपनी छोटी अंगुली में पहनने की कोशिश की। वह अंगुली की दूसरी गांठ से आगे नहीं जा पायी। उसने उसको उतार कर आदमियों की तरह जैकेट की ज़ेब में रख लिया। उसके बाद उसने टैक्सी के लिए फोन किया।

आठ बज़ कर बत्तीस मिनट पर स्टेशन पर मौज-मस्ती कर रही भीड़ में उसने मिस लेंट्री को ढूंढ निकाला।

“हमें मम्मी और दूसरे लोगों को इंतज़ार नहीं करवानी चाहिए,”उसने कहा।

“जितना तेज़ चल सकते हो उतना तेज़ वैलेक थियेटर चलो,” रिचर्ड ने निष्ठापूर्वक कहा।

वे चालीस सेकेंड में ब्रॉडवे पंहुच गए। उसके बाद साँझ के कोमल मैदानों से होते हुए पथरीली पहाड़ियों की तरफ जाने वाली प्रमुख सफ़ेद गली में आ गए।

थर्टी फोर्थ स्ट्रीट में युवा रिचर्ड ने जल्दी से अपनी बेल्ट खोल कर टैक्सी ड्राइवर को रुकने के लिए कहा। ” मेरी अंगूठी नीचे गिर गयी है,” उसने बाहर निकलते हुए माफी मांगी-” यह मेरी माँ की अंगूठी थी। उसका खो जाना मुझ से सहन नहीं होगा। मैं एक मिनट से ज़्यादा समय नहीं लूँगा-मुझे मालूम है कि वह कहाँ पर गिरी है।”

एक मिनट से कम समय में ही वह अंगूठी लेकर टैक्सी में वापिस आ गया। शहर के बाहर से आ रही एक कार ठीक टैक्सी के सामने आ कर रुक गयी। टैक्सी ड्राइवर ने बायीं तरफ मुड़ने की कोशिश की लेकिन एक बड़ी सी एक्स्प्रेस वैगन ने आ कर रास्ता रोक लिया। दायीं तरफ एक फर्नीचर वैन,जिसका वहाँ कोई काम नहीं था, पीछे से आ कर खड़ी हो गयी। पीछे मुड़ने की कोशिश की लेकिन मुड़ नहीं पाया। उसने विनम्रतापूर्वक क्षमायाचना की। वह बग्घियों और गाड़ियों के ट्रैफिक जाम के बीच बुरी तरह से फंस गया था।

गली में ऐसा ट्रैफिक जाम हो जाने पर अचानक महानगर का पूरा व्यापार और आवाजाही ठप्प हो जाती थी।

“तुम चलते क्यों नहीं?” मिस लेंट्री बेचैनी से बोली-” हमें देर हो जाएगी।”

रिचर्ड टैक्सी से बाहर इधर-उधर देखने लगा। ब्रॉडवे, सिक्स्थ एवेन्यू तथा थर्टी-फोर्थ स्ट्रीट को मिलाने वाले विशाल चौराहे पर वैगनों, ट्रकों, घोड़ागाड़ियों, वैन और स्ट्रीट कारों का मज़मा लगा हुआ था। सब एक-दूसरे पर चढ़ी जा रही थी। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो छब्बीस इंच साइज़ की युवती की कमर पर बाईस इंच साइज़ की बेल्ट लपेटी जा रही हो। अभी भी चारों तरफ से वाहन पूरी रफ्तार से आ कर एक स्थान पर घबड़ा कर जमा हो रहे थे। अपने-अपने वाहनों को एक-दूसरे से आगे निकालने के चक्कर में चक्का जाम करते हुए शोर-गुल में लोग ड्राइवरों को गालियां दे रहे थे। मैनहैटन का पूरा ट्रैफिक वहाँ पर जमा हो गया था। सड़क किनारे खड़े हजारों दर्शकों में सबसे वृद्ध न्यूयार्कवासी ने अपनी ज़िंदगी में ऐसा ट्रैफिक जाम नहीं देखा था।

अपनी सीट पर बैठते हुए रिचर्ड ने कहा-” मुझे अफसोस है। लगता है हम जाम में फंस गए हैं। इस ट्रैफिक जाम को क्लीयर होने में एक घंटा लग जाएगा। मेरी गलती थी। काश! मेरी अंगूठी न गिरी होती।”

“मुझे अपनी अंगूठी दिखाओ,” मिस लेंट्री कहने लगी-” अब हम कर भी क्या सकते हैं? मुझे चिंता नहीं है। वैसे भी मेरे ख्याल में अब थियेटर जाना बेकार है।”

उस रात ग्यारह बजे एंथनी राकवेल के कमरे का दरवाज़ा किसी ने हल्के से थपथपाया।

“अंदर आ जाओ,” एंथनी चिल्लाया। वह लाल गाउन पहने समुद्री लुटेरों की साहसिक यात्राओं की पुस्तक पढ़ रहा था।

सफ़ेद बालों वाले देवदूत की तरह दिखाई दे रही आंटी एलन, जो गलती से पृथ्वी पर रह गयी थी, अंदर आ कर बोली-” उनकी सगाई हो गयी है, एंथनी। उसने हमारे रिचर्ड से शादी करने का वायदा किया है। थियेटर जाते समय ट्रैफिक जाम हो गया था। उससे बाहर निकलने में उनकी टैक्सी को दो घंटे इंतज़ार करना पड़ा।”

“और हाँ,भाई एंथनी! धन की ताकत के बारे में डींगें हांकना बंद कर दो। सच्चे प्रेम की निशानी, असीम तथा वैभवहीन प्रेम की प्रतीक एक छोटी सी अंगूठी के कारण ही हमारे रिचर्ड को खुशी मिली। अंगूठी गली में गिर गयी थी, वह उसे उठाने के लिए बाहर निकला। इससे पहले कि वे आगे बढ़ते ट्रैफिक जाम हो गया था। टैक्सी ट्रैफिक जाम में फंसी थी, उस बीच उसने अपनी प्रेमिका से बात की और उसका दिल जीत लिया। एंथनी, सच्चे प्रेम की तुलना में धन-दौलत तुच्छ है।”

“ठीक है,” वृद्ध एंथनी कहने लगा-” मुझे खुशी है कि बेटा जो चाहता था उसको वह मिल गया है। मैंने उसको कह दिया था कि इसके लिए मैं कुछ भी खर्चा करने में हिचकिचाऊंगा नहीं अगर—-।”

“लेकिन एंथनी,तुम्हारे पैसे से क्या लाभ हुआ?”

“बहन,” एंथनी राकवेल ने जवाब दिया-” मेरा समुद्री लुटेरा शैतानी उलझन में है। अभी-अभी उसके जहाज़ में छेद हो गया है और वह डूबने वाले धन की कीमत बहुत अच्छी तरह से जानता है। तुमसे अनुरोध है, मुझे पुस्तक का यह अध्याय खत्म कर लेने दो।”

कहानी को यहीं पर खत्म हो जाना चाहिए। पाठकों की तरह मेरी भी यही इच्छा है लेकिन सच्चाई की तह तक पंहुचना ज़रूरी है।

अगले दिन नीली पोल्का डॉट की नेकटाई में लाल हाथों वाला कैली नामक व्यक्ति एंथनी राकवेल से मिलने के लिए आया। उसको तुरंत लायब्रेरी में बुला लिया गया।

“ठीक है,” एंथनी बोला और चेकबुक निकाल कर कहा-” साबुन पर काफी खर्चा हो गया। देखते हैं-तुम्हारे पास पाँच हज़ार डॉलर नकद थे।”

“मैंने अपने पास से तीन सौ डॉलर ज़्यादा खर्च कर दिये हैं,” कैली ने कहा-” मुझे अनुमानित राशि से ज़्यादा खर्च करना पड़ा। ज़्यादातर एक्स्प्रेस वैगनें तथा घोड़ागाड़ियाँ पाँच डॉलर में मिल गयी थी लेकिन ट्रकों तथा दो घोड़ों वाली बग्घियों के लिए मुझे दस डॉलर देने पड़े। कार चालक दस डॉलर मांग रहे थे और कुछ लदी-फदी गाड़ियों वाले बीस डॉलर मांग रहे थे। ट्रैफिक पुलिसवालों ने सबसे ज़्यादा सौदेबाजी की। दो को पचास-पचास डॉलर दिये बाकी को बीस से पच्चीस डॉलर तक दिये। मि. राकवेल सब काम खूबसूरती के साथ हो गया है न? मुझे खुशी है कि उस छोटे से बाहरी ट्रैफिक जाम के वक्त विलियम.ए. ब्रेडी मौजूद नहीं था। मैं विलियम का दिल ईर्ष्या से तोड़ना नहीं चाहता था न ही रिहर्सल करवाना चाहता था। सभी लड़के एक सेकेंड में हाज़िर हो गए थे। दो घंटे से पहले ग्रीले की प्रतिमा के नीचे से साँप भी नहीं रेंग सकता था।”

“तेरह सौ डॉलर-यह लो कैली,” एंथनी ने चेक फाड़ कर कहा-” एक हज़ार तुम्हारे तथा तीन सौ जो तुमने ज़्यादा खर्च किए। तुम तो धन को तुच्छ नहीं समझते हो या समझते हो कैली?”

“मैं? जिसने निर्धनता का आविष्कार किया है उसको कच्चा चबा जाऊं।”कैली जब दरवाज़े के पास था तब एंथनी ने उसको बुलाया। कहा-” क्या तुमने उस भीड़ में कहीं पर एक नंगे मोटे लड़के को हाथ में तीर-कमान लिए हुए देखा था?”

“नहीं,क्यों?” कैली ने आश्चर्यचकित हो कर कहा-” नहीं,मैंने नहीं देखा। जैसा तुम बता रहे हो अगर वह वैसा ही था तो पुलिस वालों ने मेरे वहाँ पंहुचने से पहले ही उसको गिरफ्तार कर लिया होगा।”

“मेरे ख्याल में वह नन्हा बदमाश पकड़ में नहीं आया होगा,” एंथनी ने धीरे से हंस कर कहा-” अलविदा! कैली।”

(अनुवाद : प्रमीला गुप्ता)

**समाप्त**

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