चैप्टर 7 अनुराधा : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 7 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 7 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 Prev | All Chapters कुमार नहीं आया, यह सुनकर विजय की माँ मारे भय के कांप उठी ‘यह कैसी बात है रे? जिसके साथ लड़ाई है, उसी के पास लड़के को छोड़ आया?’ विजय ने कहा, … Read more

चैप्टर 6 अनुराधा : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 6 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 6 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 Prev | Next | All Chapters इसी तरह से पांच-दिन बीत गये। स्त्रियों के आदर और देख-रेख का चित्र विजय के मन में आरंभ से ही अस्पष्ट था। अपनी माँ को वह आरंभ से ही अस्वस्थ और … Read more

चैप्टर 5 अनुराधा : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 5 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 5 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 Prev | Next | All Chapters कलकत्ता से कुछ साग-सब्जी, फल और मिठाई आदि आई थीं। विजय ने नौकर से रसोईघर के सामने टोकरी उतरवाकर कहा, ‘अंदर होंगी ज़रूर?’ अंदर से मीठी आवाज में उत्तर आया, ‘हूं!’ … Read more

चैप्टर 4 अनुराधा : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 4 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 4 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 Prev | Next | All Chapters इस प्रकार में आने के बाद एक पुरानी आराम कुर्सी मिल गई थी। शाम को उसी के हत्थों पर दोनों पैर पसार कर विजय आँखें नीचे किए हुए चुरुट पी रहा … Read more

चैप्टर 3 अनुराधा : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 3 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 3 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 Prev | Next | All Chapters बाबुओं के मकान पर पूरा अधिकार करके बिजय जमकर बैठ गया। उसने दो कमरे अपने लिए रखे और बाकी कमरो में कहचरी की व्यवस्था कर दी। विनोद घोष किसी जमाने में … Read more

चैप्टर 2 अनुराधा : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 2 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 2 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 Prev | Next | All Chapters विजय शुद्ध विलायती लिबास पहने, सिर पर हैट, मुँह में चुरुट दबाये और जेब में चेरी की घड़ी घुमाता हुआ बाबू परिवार के सदर मकान में पहुँचा। साथ में दो मिर्जापुरी … Read more

चैप्टर 1 अनुराधा : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 1 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 1 Anuradha Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 Next | All Chapters लड़की के विवाह योग्य आयु होने के संबंध में जितना भी झूठ बोला जा सकता है, उतना झूठ बोलने के बाद भी उसकी सीमा का अतिक्रमण किया जा चुका है और अब … Read more

निर्वासन मुंशी प्रेमचंद की कहानी : मानसरोवर भाग – 3 | Nirvasan Munshi Premchand Ki Kahani

प्रस्तुत है “निर्वासन मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग – 3” (Nirvasan Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 3) Nirwasan Story Munshi Premchand तत्कालीन पुरुष सत्तात्मक समाज में महिलाओं की स्थिति पर प्रकाश डालता है। परशुराम की स्त्री मेले में खो गई और सात दिन बाद घर लौटी। उसके बाद प्रारंभ हुआ प्रश्नोत्तर का सिलसिला, … Read more

रसिक संपादक मुंशी प्रेमचंद की कहानी (मानसरोवर भाग – 1) | Rasik Sampadak Munshi Premchand Ki Kahani

रसिक संपादक मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Rasik Sampadak Munshi Premchand Ki Kahani. Rasik Sampadak Munshi Premchand Story उनके कहानी संग्रह मानसरोवर भाग – 1 की कहानी है, जो एक रसिक मिज़ाज संपादक की मनोस्थिति का वर्णन करती है. Rasik Sampadak Munshi Premchand Ki Kahani ‘नवरस’ के संपादक पं. चोखेलाल शर्मा की धर्मपत्नी का जब … Read more

चैप्टर 8 मझली दीदी : शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Chapter 8 Majhli Didi Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay

Chapter 8 Majhli Didi Novel By Sharat Chandra Chattopadhyay Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 Prev | All Chapters रात हेमांगिनी ने अपने पति को बुलाकर रुंधे गले से कहा, ‘आज तक तो मैंने तुमसे कभी कुछ नहीं मांगा, लेकिन आज इस बीमारी के समय एक भिक्षा मांगती हूँ, दोगे?’ … Read more