चैप्टर 8 गोदान : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 8 Godan Novel By Munshi Premchand Read Online

Chapter 8 Godan Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 Prev | Next | All Chapters रूपा कूदती हुई हीरा के घर चली। द्वेष का मायाजाल बड़ी-बड़ी मछलियों को ही फंसाता है। छोटी मछलियाँ या तो उसमें फंसती ही नहीं या तुरन्त निकल जाती हैं। … Read more