चैप्टर 6 सेवासदन उपन्यास मुंशी प्रेमचंद

Chapter 6 Sevasadan Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters सुमन के घर के सामने भोली नाम की एक वेश्या का मकान था। भोली नित नए श्रृंगार करके अपने कोठे के छज्जे पर बैठती। पहर रात तक उसके कमरे से मधुर गान की ध्वनि आया करती। कभी-कभी वह फिटन पर हवा खाने … Read more