चैप्टर 2 रूठी रानी मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास

Chapter 2 Ruthi Rani Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters शादी दिन ढल गया। बाजार में छिड़काव हो गया। लोग बारात देखने के लिए घरों से उमड़े चले आते हैं। ज्योतिषी ने दरबार में जाकर राव से कहा– ‘‘अब अगवानी करने का समय पास आ गया है। अब सवारी की तैयारी … Read more