चैप्टर 13 रंगभूमि मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास

Chapter 13 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters विनयसिंह के जाने के बाद सोफ़िया को ऐसा प्रतीत होने लगा कि रानी जाह्नवी मुझसे खिंची हुई हैं। वह अब उसे पुस्तकें तथा पत्र पढ़ने या चिट्ठियाँ लिखने के लिए बहुत कम बुलातीं; उसके आचार-व्यवहार को संदिग्ध दृष्टि से देखतीं। यद्यपि अपनी … Read more