सूर्यपूजा भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी | Suryapuja Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Ki Kahani

सूर्यपूजा भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी Suryapuja Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Ki Kahani Hindi Short Story  Suryapuja Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Ki Kahani अँधेरी घूप गलियों में हवा लपटों की तरह ऊँचे सीले मकानों से टकराकर एकरस हिंसक आवाज करती हुई भर-भर जाती थी। मोटा, भद्दा डॉक्टर और दुबला रोगी-सा विद्यार्थी विलास हाथ में हाथ डाले फिसलौने … Read more

मास्टरनी भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी | Masterni Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Ki Kahani

मास्टरनी भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी Masterni Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Ki Kahani Hindi Story  Masterni Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Ki Kahani उस रोज सुबह से पानी बरस रहा था। साँझ तक वह पहाड़ी बस्ती एक अपार और पीले धुँधलके में डूब-सी गयी थी। छिपे हुए सुनसान रास्ते, बदनुमा खेत, छोटे-छोटे एकरस मकान – सब उस पीली … Read more

भेड़िये भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी | Bhediye Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Ki Kahani 

भेड़िये भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी Bhediye Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Ki Kahani Hindi Short Story  Bhediye Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Ki Kahani  ‘भेड़िया क्या है’, खारू बंजारे ने कहा, ‘मैं अकेला पनेठी से एक भेड़िया मार सकता हूँ।’ मैंने उसका विश्वास कर लिया। खारू किसी चीज से नहीं डर सकता और हालाँकि 70 के आस-पास होने और … Read more

मौसी भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी | Mausi Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Story Hindi Kahani 

मौसी भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी Mausi Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Story Hindi Kahani  Mausi Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Story   मानव-जीवन के विकास में एक स्थल ऐसा आता है, जब वह परिवर्तन पर भी विजय पा लेता है। जब हमारे जीवन का उत्थान या पतन, न हमारे लिए कुछ विशेषता रखता है, न दूसरों के लिए कुछ … Read more

एक रात भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी | Ek Raat Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Story In Hindi

एक रात भुवनेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव की कहानी Ek Raat Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Story Hindi Kahani Read Online  Ek Raat Bhuvneshwar Prasad Shrivastav Story इस ‘आज’, ‘कल’, ‘अब’, ‘जब’, ‘तब’ से सम्पूर्ण असहयोग कर यदि कोई सोचे क्या, खीझ उठे कि इतना सब कुछ निगलकर – सहन कर इस हास्यास्पद बालि ने काल को क्यों बाँधा। … Read more

परदा कहानी यशपाल | Parda Kahani Yashpal Writer

परदा कहानी यशपाल, Parda Kahani Yashpal Writer Parda Story By Yashpal Book Read Online  Parda Kahani Yashpal Writer चौधरी पीरबख्श के दादा चुंगी के महकमे में दारोगा थे । आमदनी अच्छी थी । एक छोटा, पर पक्का मकान भी उन्होंने बनवा लिया । लड़कों को पूरी तालीम दी । दोनों लड़के एण्ट्रेन्स पास कर रेलवे … Read more

जन्मभूमि देवेन्द्र सत्यार्थी की कहानी पंजाबी कहानी | Janmabhoomi Devendra Satyarthi Ki Kahani

जन्मभूमि देवेन्द्र सत्यार्थी की कहानी पंजाबी कहानी, Janmabhoomi Devendra Satyarthi Ki Kahani , Punjabi Story In Hindi  Janmabhoomi Devendra Satyarthi Ki Kahani एक गाड़ी हरबंसपुरा के स्टेशन पर खड़ी थी। इसे यहाँ रुके पचास घंटे से ऊपर हो चुके थे। पानी का भाव पाँच रुपये गिलास से एकदम पचास रुपये गिलास तक चढ गया और पचास … Read more

गेटकीपर का इनाम आर. के. नारायण की कहानी | Gatekeeper Ka Inaam R. K. Narayan English Story in Hindi

गेटकीपर का इनाम आर. के. नारायण की कहानी, Gatekeeper Ka Inaam R K Narayan English Story in Hindi Kahani Gatekeeper Ka Inaam R K Narayan English Story in Hindi जब एक दर्जन आदमी खुलेआम या इशारे से किसी आदमी को पागल कहना शुरु कर दें तो वखुद भी अपने पर शक करने लगता है। भूतपूर्व गेटकीपर … Read more

गुप्त धन रवीन्द्रनाथ ठाकुर की कहानी | Gupt Dhan Rabindranath Tagore Story In Hindi

गुप्त धन रवीन्द्रनाथ ठाकुर की कहानी, Gupt Dhan Rabindranath Tagore Story In Hindi Kahani, Bangla Story in Hindi  Gupt Dhan Rabindranath Tagore Story In Hindi अमावस्या की आधी रात थी। मृत्युंजय तांत्रिक मतानुसार अपनी प्राचीन देवी जयकाली की पूजा करने बैठा। पूजा समाप्त करके जब वह उठा तो निकटस्थ आम के बग़ीचे से प्रातःकाल का पहला … Read more

चित्र का शीर्षक यशपाल की कहानी | Chitra Ka Sheershak Yashpal Story Hindi Kahani Read Online

चित्र का शीर्षक यशपाल की कहानी Chitra Ka Sheershak Yashpal Ki Kahani Hindi Short Story Read Online  Chitra Ka Sheershak Yashpal Ki Kahani जयराज जाना-माना चित्रकार था। वह उस वर्ष अपने चित्रों को प्रकृति और जीवन के यथार्थ से सजीव बना सकने के लिये, अप्रैल के आरम्भ में ही रानीखेत जा बैठा था। उन महिनों … Read more