नमक का दरोगा ~ मुंशी प्रेमचंद की कहानी

Namak Ka Daroga Munshi Premchand Ki Kahani जब नमक का नया विभाग बना और ईश्वरप्रदत्त वस्तु के व्यवहार करने का निषेध हो गया, तो लोग चोरी-छिपे इसका व्यापार करने लगे। अनेक प्रकार के छल-प्रपंचों का सूत्रपात हुआ, कोई घूस से काम निकालता था, कोई चालाकी से। अधिकारियों के पौ-बारह थे। पटवारीगिरी का सर्वसम्मानित पद छोड़-छोड़कर … Read more

पंच परमेश्वर ~ मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Panch Parmeshwar Munshi Premchand Ki Kahani

Panch Parmeshwar Munshi Premchand Ki Kahani (१) जुम्मन शेख अलगू चौधरी में गाढ़ी मित्रता थी। साझे में खेती होती थी। कुछ लेन-देन में भी साझा था। एक को दूसरे पर अटल विश्वास था। जुम्मन जब हज करने गये थे, तब अपना घर अलगू को सौंप गये थे, और अलगू जब कभी बाहर जाते, तो जुम्मन पर अपना घर … Read more

मिस पद्मा ~ मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Miss Padma Munshi Premchand Ki Kahani

Miss Padma Munshi Premchand Ki Kahani कानून में अच्छी सफलता प्राप्त कर लेने के बाद मिस पद्मा को एक नया अनुभव हुआ, वह था जीवन का सूनापन। विवाह को उसने एक अप्राकृतिक बंधन समझा था और निश्चय कर लिया था कि स्वतन्त्र रहकर जीवन का उपभोग करूंगी। एम.ए. की डिग्री ली, फिर कानून पास किया … Read more

दो बैलों की कथा ~ मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Do Bailon Ki Katha Munshi Premchand Ki Kahani

Do Bailon Ki Katha Munshi Premchand जानवरों में गधा सबसे ज्यादा बुध्दिहीन समझा जाता है। हम जब किसी आदमी को अल्ले दर्जे का बेवकूफ कहना चाहते हैं, तो उसे गधा कहते हैं। गधा सचमुच बेवकूफ है, या उसके सीधेपन, उसकी निरापद सहिष्णुता ने उसे यह पदवी दे दी है, इसका निश्चय नहीं किया जा सकता। … Read more

बूढ़ी काकी मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Boodhi Kaki Story By Munshi Premchand In Hindi

बूढ़ी काकी मुंशी प्रेमचंद की कहानी (Boodhi Kaki Story By Munshi Premchand In Hindi) Boodhi Kaki Munshi Premchand Ki Kahani Boodhi Kaki Story By Munshi Premchand In Hindi (1) बुढ़ापा बहुधा बचपन का पुनरागमन हुआ करता है। बूढ़ी काकी में जिह्वा-स्वाद के सिवा और कोई चेष्टा शेष न थी और न अपने कष्टों की ओर … Read more

ईदगाह मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Idgah Story By Munshi Premchand In Hindi

प्रस्तुत है –  ईदगाह मुंशी प्रेमचंद की कहानी (Idgah Story By Munshi Premchand In Hindi). Idgah Munshi Premchand Ki Kahani.  Idgah Story By Munshi Premchand In Hindi रमजान के पूरे तीस रोजों के बाद ईद आयी है। कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभात है। वृक्षों पर अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ अजीब रौनक है, आसमान … Read more