चैप्टर 22 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 22 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 22 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 22 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 22 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi कच्‍ची सड़क के दोनों ओर कपड़े, बरतन, बिसातखाना और मिठाइयों की छोटी-बड़ी दुकानों से अलग, चूने से पुती हुई पक्‍की दीवारों के भीतर, बिहारीजी का मन्दिर था। धामपुर का यहीं बाजार … Read more

चैप्टर 21 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 21 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 21 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 21 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 21 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi जब से श्‍यामदुलारी शहर चली गई; धामपुर में तहसीलदार का एकाधिपत्‍य था। धामपुर के कई गांवों में पाला ने खेती चौपट कर दी थी। किसान व्‍याकुल हो उठे थे। तहसीलदार की … Read more

चैप्टर 20 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 20 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 20 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 20 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 20 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi धामपुर में सन्‍नाटा हो गया। जमींदार की छावनी सूनी थी। बनजरिया में बाबाजी नहीं। नील-कोठी पर शैला की छाया नहीं। उधर शेरकोट के खंडहर में राजकुमारी अपने दुर्बल अभिमान में ऐंठी … Read more

चैप्टर 19 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 19 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 19 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 19 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 19 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi धूप निकल आयी है, फिर भी ठंड से लोग ठिठुरे जा रहे हैं। रामजस के सा‍थ जो लड़का दवा लेने के लिए शैला की मेज के पास खड़ा है, उसकी ठुड्ढी … Read more

चैप्टर 18 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 18 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 18 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 18 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 18 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi निर्धन किसानों में किसी ने पुरानी चादर को पीले रंग से रंग लिया, तो किसी की पगड़ी ही बचे हुए फीके रंग से रंगी है। आज बसंत-पंचमी है न ! सबके … Read more

चैप्टर 17 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 17 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 17 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 17 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 17 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi नील कोठी में अस्‍पताल खुल गया। बैंक के लिए भी प्रबंध हो गया। वहीं गांव की पाठशाला भी आ गई थी। वाट्सन ने चकबंदी की रिपोर्ट और नक्‍शा भी तैयार कर … Read more

चैप्टर 16 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 16 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 16 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 16 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 16 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi बनजरिया का रूप आज बदला हुआ है। झोंपड़ी के मुँह पर चूना, धूल-भरी धरा पर पानी का छिड़काव, और स्‍वच्‍छता से बना हुआ तोरण और कदली के खंभों से सजा हुआ … Read more

चैप्टर 15 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 15 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 15 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 15 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 15 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi शैला का सब सामान नील-कोठी में चला गया था। वह छावनी में आई थी। कल के संबंध में कुछ इंद्रदेव से कहने, क्‍योंकि इंद्रदेव को उसके भावी धर्मपरिवर्तन की बात नहीं … Read more

चैप्टर 14 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 14 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 14 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 14 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 14 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi शैला का छोटी कोठी से भी हट जाना रामदीन को बहुत बुरा लगा। वह माधुरी, श्‍यामदुलारी और इंद्रदेव से भी मन-ही-मन जलने लगा। लड़का ही तो था, उसे अपने साथ स्‍नेह … Read more

चैप्टर 13 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 13 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi

चैप्टर 13 तितली जयशंकर प्रसाद का उपन्यास | Chapter 13 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi Chapter 13 Titli Jaishankar Prasad Novel In Hindi उजली धूप बनजरिया के चारों ओर, उसके छोटे-पौधों पर, फिसल रही थी। अभी सवेरा था, शरीर में उस कोमल धूप की तीव्र अनुभूति करती हुई तितली, अपने गोभी के छोटे-से खेत … Read more