सुभाषित रत्न १ माधवराव सप्रे की कहानी | Subhashit Ratna 1 Madhavrao Sapre Ki Kahani

सुभाषित रत्न १ माधवराव सप्रे की कहानी (Subhashit Ratna 1 Madhavrao Sapre Ki Kahani Hindi Short Story) Subhashit Ratna 1 Madhavrao Sapre Ki Kahani (१) कुठारमालिका दृष्ट्‌वा कम्पिताः सकला द्रुमाः। वृद्धस्तरुवाचेदं स्वजातिर्नैव दृश्यते॥ किसी समय एक माली बहुत-सी कुल्हाड़ियाँ रस्सी में बांध अपने बगीचे में गया। उसको देखते ही सब वृक्ष मारे डर के थर-थर … Read more