चैप्टर 31 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 31 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 31 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 31 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi Chapter 31 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi कान्यकुब्ज से राजा महेश्वरसिंह के प्रस्थान करने के दिन प्रभावती लालगढ़ के उत्तर वाले मैदान में अपनी सेना अलग-अलग टुकड़ियों में बाँटकर एकत्र करने लगी। उसने अपने विश्वस्त … Read more

चैप्टर 28 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 28 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 28 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 28 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi Chapter 28 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi प्रभा के कहने पर भी प्रातःकाल जब रत्नावली उठी और राजा महेन्द्रपाल के बचाने की याद आई, तब एक साथ कई विरोधी भावनाएँ उसकी राह रोक-रोककर खड़ी होने … Read more

चैप्टर 27 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 27 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 27 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 27 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 27 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  बाबा अमरनाथ कुछ समय तक धोबियों के यहाँ रहे, फिर अपने संगठन की पर्यालोचना करके पहले अड्डे में चले गए। रामसिंह सीधे मकान गया। कुछ धोबी दरवाजे पर … Read more

चैप्टर 26 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 26 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 26 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 26 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi Chapter 26 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi बलवन्त को लेकर सिपाही उसी दिन कान्यकुब्ज नहीं पहुँच सके। रास्ते से एक गाँव में रह गए। घाव भीगने पर पीड़ा बढ़ गई थी। मरहम-पट्टी करनी थी। दो … Read more

चैप्टर 9 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 9 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 9 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 9 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 9 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  जहाँ भारत के राजा पारस्परिक विरोध में पागल थे, वहीं कमजोरियों को समझने के लिए मुहम्मद गोरी तत्पर हो रहा था। सारे देश में उसने डेरे डाल रखे … Read more

चैप्टर 8 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 8 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 8 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 8 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 8 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  वह और ही युग था। एक ओर गाँव में गरीब किसान छप्परों के नीचे, दूसरी ओर दुर्ग में महाराज धन्य-धान्य और हीरे-मोतियों के भरे प्रासादों में, फिर भी … Read more

चैप्टर 3 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 3 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 3 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 3 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 3 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  पंडित शिवस्वरूप गंगापुत्र चौपाल में चौक के अन्दर चने चबा रहे हैं। दलमऊ का हर गंगापुत्र अपने को दालिभ्य ऋषि का एकमात्र वंशधर मानता है और प्रचार भी … Read more