Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 19 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 19 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 19 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 19 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 19 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas उन्नीसवां परिच्छेद : सोहाग-रात!!! “किमपि किमपि मन्दं मन्दमासत्तियोगा- दविरलितकपोलं जल्पतोरक्रमेण। अशिथिलपरिरम्भाव्यापृतैकैकदोष्णी- रविदितगतयामा रात्रिरेवं व्यरंसीत्॥” निदान, अब कुसुम को सोहागरात का हाल लिखकर हम इस उपन्यास को समाप्त करते हैं। हरे कमरे में, […]

चैप्टर 19 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 19 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »

चैप्टर 18 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 18 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 18 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 18 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 18 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas अठारहवां परिच्छेद : विवाह “विवाहान्न पर सौख्यम् ।” पलासी की लड़ाई से निपट कर नरेन्द्रसिंह ने पहिले बड़े धूमधाम से पिता का वार्षिक श्राद्ध किया और यह श्राद्ध वङ्गदेश में ऐसा हुआ

चैप्टर 18 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 18 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »

चैप्टर 17 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 17 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 17 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 17 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 17 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas सत्रहवाँ परिच्छेद : प्रसाद “प्रसादस्तु प्रसन्नता “ निदान, चंपा के साथ वे दोनों राजनन्दिनी राजसदन की सबसे ऊंची छतपर चढ़ गईं, किन्तु रात्रि के कारण वहांसे अच्छी तरह कुछ दिखलाई न दिया,

चैप्टर 17 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 17 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »

चैप्टर 16 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 16 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 16 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 16 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 16 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas सोलहवां परिच्छेद : देवीपूजन “दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः।” पहली मई को नरेन्द्रसिंह कुसुम से बिदा होकर पलासी की लड़ाई में साथ देने के लिए लाट क्लाइवसाहब के पास गए थे, जिसे आज

चैप्टर 16 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 16 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »

चैप्टर 15 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 15 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 15 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 15 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 15 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas पन्द्रहवां परिच्छेद : पाप का प्रायश्चित्त “अन्तः प्रच्छन्नपापानां शास्ता वैवस्वतो यमः।” पलासी की लड़ाई से हारकर भागा हुआ सिराजुद्दौला पर मुर्शिदाबाद में आया, किंतु वहां भी उसके पैर न जमें; क्यों कि

चैप्टर 15 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 15 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »

चैप्टर 14 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 14 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 14 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 14 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 14 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas   चौदहवां परिच्छेद : समर-विजय “क्क भूपतीनाञ्चरितं क्व जन्तवः।” सन् १७५६ ई० में सदाशय अलीवर्दीखां के मरने पर उनके भतीजे जौनुद्दीन का बेटा, अर्थात् उनका नाती सिराजुद्दौला बंगाल, बिहार और उड़ीसे का

चैप्टर 14 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 14 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »

चैप्टर 13 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 13 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 13 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 13 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 13 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas तेरहवां परिच्छेद : युद्धयात्रा “क्षतात् किल त्रायत इत्युदन,क्षत्रस्य शब्दो भुवनेषु रूढः।” कुसुम,-“तो ऐसी कौन सी झंझट आपड़ी है?” नरेन्द्र,-“सुनो, कहता हूं, इसीके कहने के लिये तो मैं इस समय तुम्हारे पास आया

चैप्टर 13 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 13 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »

चैप्टर 12 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 12 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 12 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 12 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 12 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas बारहवां परिच्छेद : हास-बिलास “हास्यं मनोहारि सखीजनानाम्” एक दिन संध्या के समय एक सजे हुए कमरे में कुसुम- कुमारी और लवंगलता बैठी हुई आपस में इधर उधर की बातें करके अपना जी

चैप्टर 12 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 12 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »

चैप्टर 11 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 11 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 11 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 11 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 11 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas ग्यारहवां परिच्छेद : नखसिख “दृष्ट्या खञ्जनचातुरी मुखरुचा सौधाधरी माधुरी, वाचा किञ्च सुधासमुद्रलहरीलावण्यमातन्यते।” अपूर्व और विशुद्ध प्रेम स्वर्गीय सम्पत्ति है और वही इस जड़ जगत का एकमात्र जीवन या आधार है। इसकी महिमा

चैप्टर 11 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 11 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »

चैप्टर 10 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 10 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas

चैप्टर 10 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 10 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 10 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas दसवां परिच्छेद : गृहप्रवेश “रत्नाकरे युज्यत एव रत्नम्।” निदान, बीरेन्द्र कुसुम का हाथ पकड़, संगमर्मर की निसीढ़ियों को तय करते हुए जब अंतःपुर की दूसरी ड्योढ़ी पर पहुंचे तो वहां पर सजी

चैप्टर 10 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 10 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Read More »