चैप्टर 19 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 19 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas
चैप्टर 19 हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Chapter 19 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas Chapter 19 Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas उन्नीसवां परिच्छेद : सोहाग-रात!!! “किमपि किमपि मन्दं मन्दमासत्तियोगा- दविरलितकपोलं जल्पतोरक्रमेण। अशिथिलपरिरम्भाव्यापृतैकैकदोष्णी- रविदितगतयामा रात्रिरेवं व्यरंसीत्॥” निदान, अब कुसुम को सोहागरात का हाल लिखकर हम इस उपन्यास को समाप्त करते हैं। हरे कमरे में, […]