चैप्टर 9 गुनाहों का देवता : धर्मवीर भारती का उपन्यास Chapter 9 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Read Online
Chapter 9 Gunahon Ka Devta Novel By Dharmveer Bharti Prev | Next | All Chapters लेकिन बुआ तो दूसरे दिन गयी नहीं। जब तीन-चार दिन बाद चंदर गया, तो देखा बाहर के सहन में डॉ० शुक्ला बैठे हुए हैं और दरवाजा पकड़कर बुआजी खड़ी बातें कर रही हैं। लेकिन इस वक़्त बुआजी काफ़ी गंभीर थीं … Read more