चैप्टर 5 सेवासदन उपन्यास मुंशी प्रेमचंद

Chapter 5 Sevasadan Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters फागुन में सुमन का विवाह हो गया। गंगाजली दामाद को देखकर बहुत रोई। उसे ऐसा दुःख हुआ, मानो किसी ने सुमन को कुएं में डाल दिया। सुमन ससुराल आई तो यहां की अवस्था उससे भी बुरी पाई, जिसकी उसने कल्पना की थी। … Read more