चैप्टर 4 सेवासदन उपन्यास मुंशी प्रेमचंद

Chapter 4 Sevasadan Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters कृष्णचन्द्र अपने कस्बे में सर्वप्रिय थे। यह खबर फैलते ही सारी बस्ती में हलचल मच गई। कई भले आदमी उनकी जमानत करने आये, लेकिन साहब ने जमानत न ली। इसके एक सप्ताह बाद कृष्णचन्द्र पर रिश्वत लेने का अभियोग चलाया गया। महन्त … Read more