चैप्टर 16 रंगभूमि मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास

Chapter 16 Rangbhoomi Novel By Munshi Premchand Prev | Next | All Chapters अरावली की पहाड़ियों में एक वट-वृक्ष के नीचे विनयसिंह बैठे हुए हैं। पावस ने उस जन-शून्य, कठोर, निष्प्रभ, पाषाणमय स्थान को प्रेम,प्रमोद और शोभा से मंडित कर दिया है, मानो कोई उजड़ा हुआ घर आबाद हो गया हो। किंतु विनय की दृष्टि … Read more