चैप्टर 1 गोदान : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 1 Godan Novel By Munshi Premchand Read Online

Chapter 1 Godan Novel By Munshi Premchand Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 Next | All Chapters होरीराम ने दोनों बैलों को सानी-पानी देकर अपनी स्त्री धनिया से कहा – “गोबर को ऊख गोड़ने भेज देना। मैं न जाने कब लौटूं। ज़रा मेरी लाठी दे दे।“ धनिया के दोनों हाथ गोबर … Read more