माधव राव सप्रे की कहानियाँ/रचनायें | Stories Of Madhav Rao Sapre In Hindi

प्रस्तुत है – माधव राव सप्रे की कहानियाँ/रचनायें (Short Stories Of Madhav Rao Sapre In Hindi). सीख देने वाली, प्रेरणा देने वाली, जीवन के रंग से सजी कहानियाँ और रचनायें :

Stories Of Madhav Rao Sapre In Hindi

Stories Of Madhav Rao Sapre In Hindi

Madhav Rao Sapre Biography 

माधवराव सप्रे, जिन्हें हिंदी साहित्य के आरंभिक कहानीकारों में गिना जाता है, एक प्रतिभाशाली लेखक, अनुवादक और संपादक थे। उनका जन्म मध्य प्रदेश के दमोह जिले के पथरिया गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर में पूरी की और बाद में कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। 

सरकारी नौकरी के बावजूद, सप्रे जी देशभक्ति से ओत-प्रोत थे और उन्होंने अंग्रेजी शासन का विरोध किया। 1900 में, जब छत्तीसगढ़ में कोई प्रिंटिंग प्रेस नहीं था, तब उन्होंने बिलासपुर के एक छोटे से गांव पेंड्रा से “छत्तीसगढ़ मित्र” नामक एक मासिक पत्रिका शुरू की। यह पत्रिका मध्य प्रदेश में हिंदी पत्रकारिता का सूत्रपात था।

सप्रे जी की कहानी “एक टोकरी भर मिट्टी” को हिंदी की पहली कहानी माना जाता है। उन्होंने हिंदी साहित्य को कई मूल्यवान रचनाएं दीं, जिनमें उनकी कहानियां और अनुवाद शामिल हैं। उन्होंने बाल गंगाधर तिलक के “गीतारहस्य” और चिंतामणि विनायक वैद्य के “महाभारत मीमांसा” जैसे ग्रंथों का हिंदी में अनुवाद किया।

माधवराव सप्रे की प्रकाशित कृतियां

* माधवराव सप्रे की कहानियाँ 1982

* माधवराव सप्रे: प्रतिनिधि संकलन

* श्रीमद्भगवद्गीतारहस्य (बाल गंगाधर तिलक का अनुवाद)

* महाभारत मीमांसा (चिंतामणि विनायक वैद्य का अनुवाद)

माधवराव सप्रे ने हिंदी साहित्य को नई दिशा दी। उन्होंने हिंदी कहानी को एक स्वतंत्र विधा के रूप में स्थापित किया और हिंदी साहित्य को समृद्ध किया। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

Madhav Rao Sapre Story List

सम्मान किसे कहते हैं?  एक टोकरी भर मिट्टी 
एक पथिक का स्वप्न आज़म 
सुभाषित रत्न I सुभाषित स्वप्न II