सियारामशरण गुप्त की कहानियां | Siyaramsharan Gupt Ki Kahaniya 

सियारामशरण गुप्त की कहानियां (Siyaramsharan Gupt Ki Kahaniya) Siyaramsharan Gupt Stories In Hindi 

Siyaramsharan Gupt Ki Kahaniya

Siyaramsharan Gupt Ki Kahaniya

Biography

सियारामशरण गुप्त, हिंदी साहित्य के एक प्रतिष्ठित लेखक थे। उनका जन्म 4 सितंबर, 1895 को झांसी के चिरगाँव में हुआ था। वे हिंदी साहित्य के एक अन्य दिग्गज मैथिलीशरण गुप्त के छोटे भाई थे। सियारामशरण गुप्त गाँधीवाद से विशेष रूप से प्रभावित थे और उनकी रचनाओं में गांधीवादी विचारों का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है।

सियारामशरण गुप्त की रचनाओं में उनकी सरलता, विनयशीलता, सात्विकता और करुणा सर्वत्र प्रतिफलित हुई है। उन्होंने समाज सुधार और मानवीय मूल्यों पर आधारित रचनाएँ लिखीं। उनकी रचनाओं में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों की समस्याओं को उठाया गया है। 

सियारामशरण गुप्त ने हिंदी साहित्य को कई अमूल्य रचनाएँ दीं। उनकी रचनाओं ने पाठकों के दिलों को छुआ और उन्हें गहराई से प्रभावित किया। सियारामशरण गुप्त का निधन 29 मार्च, 1963 को हुआ। 

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