श्रीकांत शरतचंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास | Shrikant Sarat Chandra Chattopadhyay Novel In Hindi Read Online | Shrikant Sarat Chandra Chattopadhyay Ka Upanyas
Shrikant Sarat Chandra Chattopadhyay Novel In Hindi
Summary
शरतचंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास “श्रीकांत” भारतीय साहित्य की अमूल्य धरोहर है। यह एक आत्मकथात्मक शैली में लिखा गया उपन्यास है, जो जीवन के विविध पहलुओं और अनुभवों को गहराई से दर्शाता है। “श्रीकांत” केवल एक व्यक्ति की कहानी नहीं, बल्कि समाज, प्रेम, और मानवता के दर्शन का व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
कहानी का मुख्य पात्र श्रीकांत है, जो एक संवेदनशील और जिज्ञासु व्यक्ति है। अपने जीवन की यात्रा में वह विभिन्न पात्रों और परिस्थितियों से मिलता है, जो उसकी सोच और अनुभवों को आकार देते हैं। उपन्यास में श्रीकांत के जीवन के साथ-साथ उसकी मित्र बिन्दु की कहानी भी जुड़ी हुई है। बिन्दु एक स्वतंत्र विचारधारा वाली महिला है, जो सामाजिक बंधनों और परंपराओं को चुनौती देती है।
“श्रीकांत” में शरतचंद्र ने प्रेम, त्याग, और सामाजिक विषमताओं को बेहद सरल और प्रभावशाली ढंग से चित्रित किया है। उपन्यास में प्रकृति का सजीव वर्णन, मानवीय संबंधों की गहराई, और आध्यात्मिकता का स्पर्श इसे अद्वितीय बनाता है।
यह कृति पाठकों को न केवल मनोरंजन प्रदान करती है, बल्कि उन्हें आत्मनिरीक्षण और जीवन के गहरे प्रश्नों पर सोचने के लिए प्रेरित करती है। श्रीकांत शरतचंद्र की लेखनी का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें भावनाओं की गहनता और समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता का प्रमाण मिलता है। यह उपन्यास आज भी पाठकों को सम्मोहित करने और प्रेरित करने में सक्षम है।
Chapter List
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