पढ़िए लोकप्रिय लेखक सुदर्शन की रचनायें, कहानियाँ, किताबें (Short Stories Of Sudarshan In Hindi)
Short Stories Of Sudarshan In Hindi
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Sudarshan Biography In Hindi
सुदर्शन भारतीय साहित्य के एक प्रमुख लेखक और कहानीकार थे, जिनका असली नाम पं. सुदर्शन शर्मा था। उनका जन्म 31 दिसंबर 1894 को पंजाब के पठानकोट जिले में हुआ। सुदर्शन ने हिंदी और उर्दू साहित्य में उल्लेखनीय योगदान दिया और वे अपनी संवेदनशील एवं मानवीय कहानियों के लिए प्रसिद्ध हैं।
उनकी आरंभिक शिक्षा पठानकोट में हुई, लेकिन आर्थिक कठिनाइयों के चलते उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। इसके बावजूद, साहित्य के प्रति उनके गहरे प्रेम ने उन्हें एक प्रतिष्ठित लेखक बना दिया। सुदर्शन ने अपने लेखन में समाज की समस्याओं, गरीबी, शोषण, और मानवीय मूल्यों को उकेरा।
उनकी प्रसिद्ध कहानी “हार की जीत” और “मधुर मधुर मेरे दीपक जल” ने पाठकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। उनकी लेखनी सरल, सजीव और भावनाओं से ओत-प्रोत होती थी, जो आम जनमानस की भावनाओं को प्रतिबिंबित करती थी।
सुदर्शन ने कहानियों के अलावा नाटक और उपन्यास भी लिखे। उनकी कृति “भक्त कमाल” एक प्रसिद्ध उपन्यास है। वे हिंदी सिनेमा से भी जुड़े और कई फिल्मों के लिए पटकथाएं लिखीं।
1930-40 के दशक में उनका साहित्यिक योगदान अपने चरम पर था। 1967 में उनका निधन हो गया, लेकिन उनकी कृतियां आज भी हिंदी साहित्य की अमूल्य धरोहर हैं, जो पाठकों को प्रेरणा और मानवीयता का संदेश देती हैं।
Sudarshan Story List
अल्बम | राजा |
कवि की स्त्री | सन्यासी |
हार की जीत | साइकिल की सवारी |
प्रणय रात्रि | प्रेम का पापी |
बात अठन्नी की | सच का सौदा |
कवि का चुनाव | वज़ीर अदालत |
आशीर्वाद | परिवर्तन |
कवि | गुरुमंत्र |
माया | छाया |
अंधेरी दुनिया | अंधकार |
मातृ स्नेह | लोकाचार |
कमल की बेटी | प्रारब्ध परिवर्तन |
पुनर्जन्म | एक गरीब की आत्मकथा |
21 अगस्त 1903 | दिल्ली का अंतिम दीपक |
राजपूतनी का प्रायश्चित |