प्राइड एंड प्रेज्यूडिश उपन्यास हिंदी संस्करण | Pride And Prejudice Novel In Hindi Read Online, Pride And Prejudice Novel By Jane Austen Hindi Translation
Pride And Prejudice Novel In Hindi
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लेखिका : जेन ऑस्टिन
Pride And Prejudice Summary In Hindi
“Pride and Prejudice” (गौरव और पूर्वग्रह) जेन ऑस्टेन द्वारा लिखा गया एक प्रसिद्ध अंग्रेजी उपन्यास है, जो 1813 में प्रकाशित हुआ था। यह कहानी एलिज़ाबेथ बेनेट नाम की एक बुद्धिमान और स्वतंत्र विचारों वाली युवती के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने परिवार, समाज और विवाह से जुड़े पूर्वाग्रहों और संघर्षों का सामना करती है।
एलिज़ाबेथ की माँ की इच्छा होती है कि उनकी पाँचों बेटियों की शादी अच्छे घरों में हो। जब धनी और आकर्षक मिस्टर बिंगली पड़ोस में आते हैं, तो उनकी बड़ी बहन जेन बेनेट से प्रेम हो जाता है। वहीं, मिस्टर बिंगली के घमंडी मित्र मिस्टर डार्सी शुरू में एलिज़ाबेथ को नापसंद करते हैं, लेकिन धीरे-धीरे उनके प्रति आकर्षित होने लगते हैं। एलिज़ाबेथ को डार्सी अहंकारी लगते हैं और वह उन्हें अस्वीकार कर देती हैं, खासकर जब उन्हें पता चलता है कि डार्सी ने बिंगली और जेन को अलग करने की कोशिश की थी।
बाद में, एलिज़ाबेथ को डार्सी के सच्चे स्वभाव और उनकी अच्छाइयों का एहसास होता है। डार्सी एलिज़ाबेथ के परिवार की प्रतिष्ठा बचाने के लिए कदम उठाते हैं और अपनी गलतियों को सुधारते हैं। अंततः, पूर्वाग्रहों को छोड़कर एलिज़ाबेथ और डार्सी एक-दूसरे के प्रेम को स्वीकार कर लेते हैं और विवाह कर लेते हैं।
यह उपन्यास समाज में स्त्रियों की स्थिति, विवाह, और आत्म-साक्षात्कार की एक प्रेरणादायक कहानी प्रस्तुत करता है, जो आज भी प्रासंगिक बनी हुई है।
Chapter List
Chapter 1 | Chapter 2 |
Chapter 3 | Chapter 4 |
Chapter 5 | Chapter 6 |
Chapter 7 | Chapter 8 |
Chapter 9 | Chapter 10 |
Chapter 11 | Chapter 12 |
Chapter 13 | Chapter 14 |
Chapter 15 | Chapter 16 |
Chapter 17 | Chapter 18 |
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