प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi | Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Ka Upanyas 




Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 





Summary 

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास ‘प्रभावती’ एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित है। यह उपन्यास पृथ्वीराज चौहान और जयचंद के काल में घटित घटनाओं को केंद्र में रखकर लिखा गया है। 

कहानी का केंद्र बिंदु प्रभावती नामक एक स्वाभिमानी महिला है। निराला ने प्रभावती के माध्यम से उस काल की महिलाओं की स्थिति और उनके संघर्षों को उजागर किया है। उपन्यास में राजनीतिक षड्यंत्र, प्रेम, घात-प्रतिघात और सामाजिक परिवर्तन जैसे तत्वों का सम्मिश्रण देखने को मिलता है।

उपन्यास का मुख्य उद्देश्य आधुनिक भारतीयों में संघर्ष चेतना का विकास करना है। निराला ने प्रभावती के चरित्र के माध्यम से दिखाया है कि कैसे एक महिला अपने समय के रूढ़िवादी समाज में रहते हुए भी अपने अधिकारों के लिए लड़ सकती है।

कुल मिलाकर, प्रभावती एक ऐतिहासिक उपन्यास होने के साथ-साथ एक समकालीन उपन्यास भी है। यह उपन्यास न केवल उस काल के इतिहास को दर्शाता है बल्कि आधुनिक समाज के लिए भी प्रासंगिक है। निराला ने इस उपन्यास के माध्यम से महिला सशक्तिकरण और सामाजिक परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया है। 




Chapter List 

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Chapter 3 Chapter 4
Chapter 5 Chapter 6
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Chapter 13 Chapter 14
Chapter 15 Chapter 16
Chapter 17 Chapter 18
Chapter 19 Chapter 20
Chapter 21 Chapter 22
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