महावीर प्रसाद द्विवेदी की कहानियाँ | Mahavir Prasad Dwivedi Stories In Hindi | Mahavir Prasad Dwivedi Ki Kahaniya
Mahavir Prasad Dwivedi Stories In Hindi
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Mahavir Prasad Dwivedi Short Biography In Hindi
महावीर प्रसाद द्विवेदी हिंदी साहित्य के एक प्रमुख हस्ताक्षर और ख्यातिप्राप्त साहित्यकार थे। उनका जन्म 15 मई 1864 को उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के दौलतपुर गाँव में हुआ। द्विवेदी जी का जीवन सादगी और संघर्ष से भरा था। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने रेलवे में नौकरी की, लेकिन साहित्य के प्रति उनकी गहरी रुचि ने उन्हें इस क्षेत्र में अग्रणी बना दिया।
द्विवेदी जी को आधुनिक हिंदी गद्य साहित्य और पत्रकारिता का जनक माना जाता है। 1903 से 1920 तक उन्होंने ‘सरस्वती’ पत्रिका का संपादन किया। उनके संपादन काल को “द्विवेदी युग” के नाम से जाना जाता है, जो हिंदी साहित्य के विकास का एक स्वर्णिम युग है। उन्होंने हिंदी साहित्य को दिशा देने का काम किया और उसे सामाजिक, राष्ट्रीय, और सांस्कृतिक चेतना से जोड़ा। उनके प्रयासों ने हिंदी को केवल साहित्यिक भाषा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय आंदोलन का माध्यम भी बनाया।
महावीर प्रसाद द्विवेदी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने कविताएँ, निबंध, कहानियाँ और आलोचनात्मक लेख लिखे। उनकी प्रमुख रचनाओं में ‘कविता-कलाप,’ ‘संदेश,’ ‘साहित्य का इतिहास,’ और ‘सम्पत्ति शास्त्र’ शामिल हैं। उन्होंने भारतीय साहित्य में पश्चिमी शैली और तर्कशीलता का समावेश किया।
द्विवेदी जी ने हिंदी साहित्य को एक नई ऊँचाई दी। उनका जीवन सादगी, अनुशासन और नैतिक मूल्यों का प्रतीक था। 21 दिसंबर 1938 को उन्होंने इस संसार से विदा ली। उनकी साहित्यिक और संपादकीय उपलब्धियाँ हिंदी जगत में आज भी अनुकरणीय हैं। महावीर प्रसाद द्विवेदी का योगदान हिंदी साहित्य को आधुनिकता, उद्देश्यपूर्णता, और राष्ट्रीय चेतना से जोड़ने में अविस्मरणीय है।
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