कायाकल्प मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Kayakalp Novel By Munshi Premchand

कायाकल्प मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Kayakalp Novel B Munshi Premchand | Kayakalp Munshi Premchand Ka Upanyas 

Kayakalp Novel By Munshi Premchand

Kayakalp Novel By Munshi Premchand

कायाकल्प’ की कहानी राजकुमार और सरोजिनी के इर्द-गिर्द घूमती है। राजकुमार एक धनी जमींदार का पुत्र है, जो बचपन से ही विलासिता में पला-बढ़ा है। वहीं सरोजिनी एक शिक्षित और स्वतंत्र विचारों वाली युवती है, जो समाज सुधार में गहरी रुचि रखती है। दोनों के बीच प्रेम संबंध होता है, लेकिन सामाजिक और वैचारिक अंतराल उनकी राह में बाधाएं खड़ी करता है।

कहानी के माध्यम से प्रेमचंद ने तत्कालीन भारतीय समाज की समस्याओं, जैसे जातिवाद, महिला सशक्तिकरण, और शिक्षा की कमी को उजागर किया है। राजकुमार और सरोजिनी के संवादों में अक्सर इन मुद्दों पर चर्चा होती है, जिससे पाठकों को समाज में सुधार की आवश्यकता का बोध होता है।

Chapter List

Chapter 1 Chapter 2
Chapter 3  Chapter 4
Chapter 5 Chapter 6 
Chapter 7 Chapter 8
Chapter 9 Chapter 10
Chapter 11 Chapter 12
Chapter 13 Chapter 14
Chapter 15 Chapter 16
Chapter 17 Chapter 18
Chapter 19 Chapter 20
Chapter 21 Chapter 22
Chapter 23 Chapter 24
Chapter 25 Chapter 26
Chapter 27 Chapter 28
Chapter 29 Chapter 30
Chapter 31 Chapter 32
Chapter 33 Chapter 34
Chapter 35 Chapter 36
Chapter 37 Chapter 38
Chapter 39 Chapter 40
Chapter 41 Chapter 42
Chapter 43 Chapter 44
Chapter 45 Chapter 46
Chapter 47 Chapter 48
Chapter 49 Chapter 50
Chapter 51 Chapter 52
Chapter 53 Chapter 54
Chapter 55 Chapter 56
Chapter 57 (Conclusion)