हृदयहारिणी किशोरी लाल गोस्वामी का उपन्यास | Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas
Hridayaharini Kishorilal Goswami Ka Upanyas
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Summary
हृदयहारिणी प्रसिद्ध हिंदी लेखक किशोरीलाल गोस्वामी का एक मार्मिक और भावनात्मक उपन्यास है, जिसमें प्रेम, त्याग और नारी संघर्ष को बड़े ही संवेदनशील ढंग से प्रस्तुत किया गया है। यह उपन्यास समाज में स्त्रियों की स्थिति और उनके संघर्षों को दर्शाने के साथ-साथ मानवीय मूल्यों को भी उजागर करता है।
कहानी की मुख्य नायिका एक सुंदर, सुसंस्कृत और आत्मनिर्भर युवती है, जो अपने बलिदान और निःस्वार्थ प्रेम के कारण “हृदयहारिणी” कहलाई जाती है। वह समाज की कठोर रूढ़ियों और कुप्रथाओं से जूझती है, लेकिन अपने सिद्धांतों और प्रेम को कभी नहीं छोड़ती। उसकी संघर्ष यात्रा में उसका चरित्र दृढ़ता और नारीत्व की शक्ति का प्रतीक बनता है।
गोस्वामी ने इस उपन्यास में न केवल प्रेम की गहराई को दिखाया है, बल्कि मानवीय संबंधों की जटिलता और समाज में महिलाओं की स्थिति पर भी गहन चिंतन किया है। नायिका की कहानी पाठकों को यह समझने पर मजबूर करती है कि सच्चा प्रेम त्याग और समर्पण की भावना से परिपूर्ण होता है।
“हृदयहारिणी” में किशोरीलाल गोस्वामी ने सरल भाषा और भावुक शैली का प्रयोग किया है, जिससे पाठक सहज ही कहानी से जुड़ जाते हैं। यह उपन्यास केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज में नारी शक्ति और उनके संघर्षों को सम्मान देने का प्रयास भी है।
Chapter List
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