चंद्रकांता उपन्यास देवकी नंदन खत्री | Chandrakanta Novel In Hindi Read Online




चंद्रकांता उपन्यास देवकी नंदन खत्री नवगढ़ विजयगढ़ की कहानी | Chandrakanta Novel In Hindi Read Online | Chandrakanta Devki Nandan Khatri Ka Upanyas 

Chandrakanta Novel In Hindi

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Chandrakanta

Summary

देवकीनंदन खत्री का उपन्यास “चंद्रकांता” हिंदी साहित्य का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उपन्यास न केवल अपनी अद्वितीय कथा-वस्तु के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में भी इसकी बड़ी भूमिका रही है। रोमांच, रहस्य और प्रेम की त्रिवेणी इस उपन्यास की विशेषता है, जो पाठकों को शुरू से अंत तक बांधे रखती है।  

कहानी विजयगढ़ के राजकुमार वीरेंद्र सिंह और नौगढ़ की राजकुमारी चंद्रकांता के प्रेम पर आधारित है। हालांकि, उनके प्रेम को कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है, जिसमें कुटिल किरदार जैसे क्रूर सिंह और अन्य षड्यंत्रकारी शामिल हैं। रहस्यमय “ऐयारी” का तत्व इस कहानी को और भी दिलचस्प बनाता है। ऐयारी, जो छल-कपट और चालाकी से भरी एक कला है, कहानी को रोमांचक मोड़ देती है।

चंद्रकांता की खूबसूरती इसके पात्रों, कथा-प्रवाह और संवादों में है। यह उपन्यास प्रेम और संघर्ष के साथ मानवीय भावनाओं की गहराई को दर्शाता है। इसके साथ ही, ऐयारों की गतिविधियां और तिलिस्मी संसार पाठकों को आश्चर्यचकित करते हैं।  

यह उपन्यास न केवल मनोरंजन करता है, बल्कि एक समय में हिंदी को लोकप्रिय बनाने और जनता के बीच पढ़ने की आदत विकसित करने में भी योगदान देता है। “चंद्रकांता” आज भी हिंदी साहित्य में कालजयी रचना के रूप में स्थापित है।


Chapter List 


Chapter 1 : पहला अध्याय

Chapter 2 : दूसरा अध्याय

Chapter 3 : तीसरा अध्याय

Chapter 4 : चौथा अध्याय