चैप्टर 21 – निर्मला : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 21 Nirmala Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 21 Nirmala Munshi Premchand Novel Chapter 1 | 2| 3| 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 Prev Part | Next Part रुक्मणी ने निर्मला से त्यारियाँ बदलकर कहा – “क्या नंगे पांव ही मदरसे … Read more

चैप्टर 8 – प्रेमा : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 8 Prema Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 8 Prema Novel By Munshi Premchand प्रेमा भाग – 8 : कुछ और बातचीत Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 |12 | 13 Prev Part | Next Part पूर्णा ने कान पकड़े कि अब मंदिर कभी न जाऊंगी. ऐसे मंदिरों पर दई का कोप भी नहीं … Read more

चैप्टर 20 – निर्मला : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 20 Nirmala Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 20 Nirmala Munshi Premchand Novel Chapter 1 | 2| 3| 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 Prev Part | Next Part चिंता में नींद कब आती है? निर्मला चारपाई पर करवटें बदल रही थी. … Read more

चैप्टर 7 – प्रेमा : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 7 Prema Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 7 Prema Novel By Munshi Premchand प्रेमा भाग – 7 : आज से कभी मंदिर ना जाऊंगी Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 |12 | 13 Prev Part | Next Part बेचारी पूर्णा, पंडाइन, चौबाइन, मिसराइन आदि के चले जाने के बाद रोने लगी. वह … Read more

चैप्टर 19 – निर्मला : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 19 Nirmala Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 19 Nirmala Munshi Premchand Novel Chapter 1 | 2| 3| 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 Prev Part | Next Part अबकी सुधा के साथ निर्मला को भी आना पड़ा. वह तो मैके में … Read more

चैप्टर 18 – निर्मला : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 18 Nirmala Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 18 Nirmala Munshi Premchand Novel Chapter 1 | 2| 3| 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 Prev Part | Next Part जब हमारे ऊपर कोई बड़ी विपत्ति आ पड़ती है, तो उससे हमें केवल … Read more

चैप्टर 6 – प्रेमा : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 6 Prema Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 6 Prema Novel By Munshi Premchand प्रेमा भाग – 6 Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 |12 | 13 Prev Part | Next Part पूर्णा ने गजरा पहन तो लिया. मगर रात भर उसकी आँखों में नींद नहीं आयी. उसकी समझ में यह बात न … Read more

चैप्टर 17 – निर्मला : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 17 Nirmala Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 17 Nirmala Munshi Premchand Novel Chapter 1 | 2| 3| 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 Prev Part | Next Part कृष्णा के विवाह के बाद सुधा चली गई, लेकिन निर्मला मैके ही में … Read more

चैप्टर 5 – प्रेमा : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 5 Prema Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 5 Prema Novel By Munshi Premchand प्रेमा भाग – 5 : अयं! ये गजरा क्या हो गया? Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 |12 | 13 Prev Part | Next Part पंडित बंसतकुमार का दुनिया से उठ जाना केवल पूर्णा ही के लिए जानलेवा न था, … Read more

चैप्टर 4 – प्रेमा : मुंशी प्रेमचंद का उपन्यास | Chapter 4 Prema Novel By Munshi Premchand In Hindi Read Online

Chapter 4 Prema Novel By Munshi Premchand प्रेमा भाग – 4 : जवानी की मौत Chapter 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 |12 | 13 Prev Part | Next Part समय हवा की तरह उड़ता चला जाता है. एक महीना गुजर गया. जाड़े का कूच हुआ और गर्मी … Read more