स्वर्ग और पृथ्वी धर्मवीर भारती की कहानी | Swarg Aur Prithvi Dharamvir Bharati Ki Kahani

स्वर्ग और पृथ्वी धर्मवीर भारती की कहानी Swarg Aur Prithvi Dharamvir Bharati Ki Kahan Hindi Story  Swarg Aur Prithvi Dharamvir Bharati Ki Kahani कल्पना ने आश्चर्य में भरकर वातायन के दोनों पट खोल दिए। सामने अनंत की सीमा को स्पर्श करता हुआ विशाल सागर लहरा रहा था। तट पर बिखरी हुई उषा की हलकी गुलाबी … Read more

तारा और किरण धर्मवीर भारती की कहानी | Tara Aur Kiran Dharamvir Bharati Ki Kahani 

तारा और किरण धर्मवीर भारती की कहानी, Tara Aur Kiran Dharamvir Bharati Ki Kahani Hindi Short Story  Tara Aur Kiran Dharamvir Bharati Ki Kahani  वह विस्मित होकर रुक गया। नील जलपटल की दीवारों से निर्मित शयन-कक्ष-द्वार पर झूलती फुहारों की झालरें और उन पर इंद्रधनुष की धारियां। रंग-बिरंगी आभा वाली कोमल शय्या और उस पर आसीन स्वच्छ … Read more

गुलकी बन्नो धर्मवीर भारती की कहानी | Gulki Banno Dharamvir Bharati Ki Kahani 

गुलकी बन्नो धर्मवीर भारती की कहानी, Gulki Banno Dharamvir Bharati Ki Kahani Hindi Short Story  Gulki Banno Dharamvir Bharati Ki Kahani ‘‘ऐ मर कलमुँहे !’ अकस्मात् घेघा बुआ ने कूड़ा फेंकने के लिए दरवाजा खोला और चौतरे पर बैठे मिरवा को गाते हुए देखकर कहा, ‘‘तोरे पेट में फोनोगिराफ उलियान बा का, जौन भिनसार भवा कि … Read more

सुभागी मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1 | Subhagi Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 1

सुभागी मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1, Subhagi Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 1 , Subhagi Story Munshi Premchand Mansarovar Part 1  Subhagi Munshi Premchand Ki Kahani  (1) और लोगों के यहाँ चाहे जो होता हो, तुलसी महतो अपनी लड़की सुभागी को लड़के रामू से जौ-भर भी कम प्यार न करते थे। रामू … Read more

लांछन मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1 | Laanchhan Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 1

लांछन मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1, Laanchhan Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 1, Laanchhan Story Munshi Premchand Mansarover Part 1 Laanchhan Munshi Premchand Ki Kahani  (1) अगर संसार में ऐसा प्राणी होता, जिसकी आँखें लोगों के हृदयों के भीतर घुस सकतीं, तो ऐसे बहुत कम स्त्री-पुरुष होंगे, जो उसके सामने सीधी आँखें … Read more

माँ मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1 | Maan Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 1

माँ मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1, Maan Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 1 Maan Munshi Premchand Ki Kahani (1) आज बन्दी छूटकर घर आ रहा है। करुणा ने एक दिन पहले ही घर लीप-पोत रखा था। इन तीन वर्षो में उसने कठिन तपस्या करके जो दस-पाँच रूपये जमा कर रखे थे, वह सब … Read more

स्वामिनी मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1 | Swamini Munshi Premchand Mansarovar Bhag 1 

स्वामिनी मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1 | Swamini Munshi Premchand Mansarovar Bhag 1  Swamini Munshi Premchand Mansarovar Bhag 1  (1) शिवदास ने भंडारे की कुंजी अपनी बहू रामप्यारी के सामने फेंककर अपनी बूढ़ी आँखों में आँसू भरकर कहा- बहू, आज से गिरस्ती की देखभाल तुम्हारे ऊपर है। मेरा सुख भगवान से नहीं देखा … Read more

ठाकुर का कुआँ मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1 | Thakur Ka Kuan Munshi Premchand Ki Kahani

Thakur Ka Kuan Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 1, ठाकुर का कुआँ मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1 Thakur Ka Kuan Munshi Premchand Ki Kahani (1) जोखू ने लोटा मुँह से लगाया तो पानी में सख्त बदबू आयी । गंगी से बोला- यह कैसा पानी है ? मारे बास के पिया नहीं जाता … Read more

दिल की रानी मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1 | Dil Ki Rani Munshi Premchand Mansarovar Bhag 1

दिल की रानी मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1, Dil Ki Rani Munshi Premchand Ki Kahani  Mansarovar Bhag 1, Munshi Premchand Hindi Story Dil Ki Rani Munshi Premchand Ki Kahani  (1) जिन वीर तुर्कों के प्रखर प्रताप से ईसाई-दुनिया काँप रही थी, उन्हीं का रक्त आज कुस्तुनतुनिया की गलियों में बह रहा है। वही … Read more

घासवाली मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1 | Ghaswali Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 1

घासवाली मुंशी प्रेमचंद की कहानी मानसरोवर भाग 1, Ghaswali Munshi Premchand Ki Kahani Mansarovar Bhag 1, Ghaswali Munshi Premchand Story In Hindi Read Online Ghaswali Munshi Premchand Ki Kahani (1) मुलिया हरी-हरी घास का गट्ठा लेकर आयी, तो उसका गेहुआँ रंग कुछ तमतमाया हुआ था और बड़ी-बड़ी मद-भरी आँखो में शंका समाई हुई थी। महावीर … Read more