पालतू भालू मुंशी प्रेमचंद की कहानी | Paltu Bhalu Munshi Premchand Hindi Story 

पालतू भालू मुंशी प्रेमचंद की कहानी (Paltu Bhalu Munshi Premchand Hindi Story) Paltu Bhalu Munshi Premchand Hindi Story  किसी शहर में एक बनिया रहता था। वह ज़मींदार का कारिन्दा था । असामियों से रुपया वसूल करना उसका काम था। एक दिन वह असामियों से रुपये वसूल करके घर चला। रास्ते में एक नदी पड़ती थी। … Read more

बाघ की खाल मुंशी प्रेमचंद की बाल कहानी | Bagh Ki Khal Munshi Premchand Ki Baal Kahani

बाघ की खाल मुंशी प्रेमचंद की बाल कहानी| Bagh Ki Khal Munshi Premchand Ki Baal Kahani Bagh Ki Khal Munshi Premchand Ki Baal Kahani राँची से लेकर चक्रधरपुर तक घना जंगल है। उसकी लम्बाई कोई ७५ मील होगी । इस जंगल में तरह-तरह के जानवर रहते हैं, उनमें बाघ सबसे खौफ़नाक होता है। कई साल … Read more

चैप्टर 9 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 9 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 9 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 9 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 9 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  जहाँ भारत के राजा पारस्परिक विरोध में पागल थे, वहीं कमजोरियों को समझने के लिए मुहम्मद गोरी तत्पर हो रहा था। सारे देश में उसने डेरे डाल रखे … Read more

चैप्टर 8 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 8 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 8 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 8 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 8 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  वह और ही युग था। एक ओर गाँव में गरीब किसान छप्परों के नीचे, दूसरी ओर दुर्ग में महाराज धन्य-धान्य और हीरे-मोतियों के भरे प्रासादों में, फिर भी … Read more

चैप्टर 7 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 7 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 7 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 7 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 7 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  प्रभावती दूर बहकर लगी। जब किनारे आई, तब दोनों नावें एक साथ बँध चुकी थी। राजकुमार उठाकर ले जाए गए थे। यमुना का कोई निशान न था। दासियाँ … Read more

चैप्टर 6 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 6 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 6 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 6 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 6 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  जरा देर में जरा समाँ बदल गया। चारों ओर हँसी-खुशी छा गई। राजकुमार चुपचाप देवी यमुना से दबे बैठे हैं-मन-ही-मन उस विजयिनी प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए। राजकुमार … Read more

चैप्टर 5 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 5 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 5 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 5 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 5 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  कुमार चुपचाप रूप की सुधा पी रहे हैं, देखकर यमुना प्रसन्न होकर बोली, “कुमार, हमारी आशा यहाँ से पूरी न होगी। प्रिय से मिलने के लिए कुछ परिश्रम … Read more

चैप्टर 4 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 4 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 4 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 4 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi Chapter 4 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi इस बीच कुमार के स्वागत के कुल प्रबन्ध प्रभावती एक-एक याद करके कराती रही। दासियों को अभी तक यही मालूम था कि चैत की पूनो है, राजकुमारी नौका-विहार … Read more

चैप्टर 3 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 3 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 3 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 3 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  Chapter 3 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi  पंडित शिवस्वरूप गंगापुत्र चौपाल में चौक के अन्दर चने चबा रहे हैं। दलमऊ का हर गंगापुत्र अपने को दालिभ्य ऋषि का एकमात्र वंशधर मानता है और प्रचार भी … Read more

चैप्टर 2 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 2 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi 

चैप्टर 2 प्रभावती सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का उपन्यास | Chapter 2 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi Chapter 2 Prabhavati Suryakant Tripathi Nirala Novel In Hindi गंगा के उत्तर तट पर दलमऊ2 महानगर धवल धामों के मसृण दलवाले विशाल पुष्पा-जैसा खिला हुआ है। ऊपर वासन्त् की दिगन्तव्यापिनी ज्योत्स्ना प्लावित हो रही है, वैभव के … Read more